चंडीगढ़: हरियाणा में बीजेपी और जेजेपी गठबंधन की सरकार बनने के बाद गुरुवार को पहली बार चंडीगढ़ में कॉमन मिनिमम प्रोग्राम कमेटी की बैठक हुई. बैठक में बीजेपी और जेजेपी दोनों पार्टियों के घोषणा पत्रों पर चर्चा की गई. इसके बाद इन घोषणाओं को लागू करने में आने वाली वित्तीय और कानूनी अड़चनों को दूर करने के लिए विभागों में भेज दिया है. 15 दिन बाद दोबारा सीएमपी की बैठक होगी.
'दोनों पार्टियों के घोषणा पत्र को किया स्टडी'
मीटिंग के बाद कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के अध्यक्ष और गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि आज कोई फैसला नहीं लिया गया बल्कि दोनों पार्टियों के घोषणा पत्रों का अध्ययन किया गया है. जिस पर कानूनी और वित्तीय अड़चनों पर विभागों से राय मांगी गई है. इसके बाद अगला फैसला किया जाएगा.
खेमका के तबादले पर विज का जवाब
बैठक में सीएमपी के उपप्रधान और राज्य मंत्री अनूप धानक, शिक्षा मंत्री कवँरपाल गुज्जर, पूर्व कृषि मंत्री ओपी धनकड़ और पूर्व विधायक राजदीप फौगाट ने भी शिरकत की. अशोक खेमका के तबादले पर पूछे गए सवाल के जवाब में गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि तबादला मुख्यमंत्री का अधिकार होता है.
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अभय चौटाला के खत का दिया जवाब
वहीं इंडियन नेशनल लोकदल के विधायक अभय सिंह चौटाला की ओर से मुख्यमंत्री को हरियाणा में बढ़ते नशे को लेकर लिखे गए खत के जवाब में अनिल विज ने कहा कि उनकी तरफ से अपनी पहली बैठक में ही नशा के खिलाफ नशा रोकने के लिए अधिकारियों को आदेश दे दिए गए थे.
हरियाणा में नशे के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है. इसके अलावा वे भी कई जिलों के पुलिस अधीक्षकों से बात कर नशे पर रोक लगाने के निर्देश दे चुके हैं. सरकार की प्रतिबद्धता नशे को जल्द से जल्द खत्म करना है.