चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने खरीफ फसल की खरीद का जायजा लेने के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की है. मुख्यमंत्री ने इस मौके पर खरीद एजेंसियों को सख्त आदेश दिए हैं कि जहां पर धान की खरीद हो चुकी है, वहां बुधवार से ही तुरंत उठान करवाया जाए.
धान उत्पादकता 25 क्विंटल से बढ़कर 30 क्विंटल प्रति एकड़ हुई
चंडीगढ़ में हुई इस बैठक में मुख्यमंत्री ने किसानों के हित में धान की निर्धारित प्रति एकड़ उत्पादकता को 25 क्विंटल से बढ़ाकर 30 क्विंटल कर दिया है और यदि कोई किसान मंडी में 10 प्रतिशत अतिरिक्त धान लेकर आता है तो उसे भी खरीदा जाएगा. इससे पहले 25 क्विंटल तक की लिमिट थी लेकिन अब इसे बढ़ाकर 33 क्विंटल कर दिया गया है.
'मेरी फसल-मेरा ब्यौरा' पोर्टल पर 5 अक्तूबर से शुरू होगा पंजीकरण
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि सीमांत किसानों के बारे में 'मेरी फसल-मेरा ब्यौरा' पोर्टल पर पंजीकरण 5 अक्टूबर से शुरू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि बुधवार से ही मंडी सचिव और आढ़ती अपने स्तर पर 25 प्रतिशत किसानों को बुला सकेंगे. सीएम ने कहा कि किसानों को खरीद प्रक्रिया में किसी प्रकार से कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी, वहीं उन्होंने बाजरा, मक्का, मूंग और कपास की खरीद की भी समीक्षा की.
अब देखने वाली बात ये होगी कि मनोहर सरकार के इस फैसले से किसानों को थोड़ी राहत मिलेगी या नहीं. कृषि कानून को लेकर जिस तरह से किसानों की मोदी सरकार के खिलाफ नाराजगी जारी है उसे कम करने के लिए प्रदेश सरकार कुछ कदम तो उठा ही रही है लेकिन आने वाले दिनों में किसानों की नाराजगी कम होगी या नहीं ये वक्त बताएगा.
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