चंडीगढ़: सोमवार को हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा को लेकर प्रदेश सरकार ने मंगलवार को उच्च स्तरीय बैठक की है. बैठक के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि नूंह में जो घटना हुई है वो दुर्भाग्यपूर्ण है. सीएम ने कहा कि अभी करीब 44 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं. इसके अलावा अभी तक कुल 70 नामजद को हिरासत में लिया गया है. इस मामले में छानबीन चल रही है. बाकी उपद्रवियों की भी पहचान की जा रही है. जो भी इस हिंसा में शामिल पाया जाएगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा. उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
सीएम ने कहा कि यह हिंसा किसी बड़ी साजिश की ओर इशारा करती है. धार्मिक यात्रा को भंग करने के अलावा पुलिस पर भी पथराव किया गया है. कई जगहों पर आगजनी की घटनाएं हुई है. कई गाड़ियों को आग लगा दी गई. हिंसा में 5 लोगों की मौत की सूचना है. मरने वालों में 2 पुलिसकर्मी और 3 नागरिक शामिल हैं. जिनको भी जान-माल का नुकसान हुआ है उन्हें सरकार मुआवजा देगी.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बताया कि नूंह में हिंसा सोमवार 31 जुलाई को करीब 2 बजे के आस-पास शुरू हुई. सूचना मिलते ही हमने तुरंत उच्च अधिकारियों को वहां पर भेज दिया था. जिलों के डीजी, एडीजी सीआईडी और अन्य अधिकारियों को घटना स्थल पर तैनात कर दिया था. अन्य जिलों से भी पुलिस फोर्स नूंह में भेज दी गई थी. केंद्र से भी सुरक्षा की मांग की गई थी.
सीएम ने बताया कि पुलिस और केंद्र सरकार की फोर्स से केंद्रीय सुरक्षा बल की 16 कंपनियों और हरियाणा की 30 कंपनियों ने नूंह में हालात को सामान्य कर लिया है. हिंसा पर काबू पा लिया गया है. एहतियातन वहां पर कर्फ्यू लगाया गया है. सीएम ने कहा कि स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए कुछ जिलों में भी धारा 144 लागू कर दी गई है. इसके अलावा सीएम ने जनता से अपील की है कि जहां-जहां भी घटनाएं हुई है. वहां पर शांति बनाए रखने में सरकार का सहयोग करें.
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