चंडीगढ़: मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बुधवार को राजधानी मुख्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से महिला एवं बाल विकास विभाग की दो महत्वकांक्षी योजनाओं 'महिला एवं किशोरी सम्मान योजना और मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना' का शुभारंभ किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूलों में पढ़ने वाली लड़कियां आमतौर पर अपने मासिक धर्म के बारे में बात करने में संकोच करती हैं, लेकिन सरकार उनका भी ध्यान रखेगी. महीने में छात्राओं को 6 सैनिटरी पैड स्कूलों में निःशुल्क दिए जाएंगे.
दूध उपहार योजना की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुत से इलाकों में महिलाओं और बच्चों में एनिमिया की शिकायत मिलती है. इस कमी को दूर करने के उद्देश्य से गर्भवती महिलाओं व दूध पिलाने वाली माताओं और 6 वर्ष तक के बच्चों में कुपोषण की समस्या को दूर करने के लिए आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से फोर्टिफाईड मीठा सुगंधित स्किम्ड मिल्क दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि हर लाभार्थी को प्रतिदिन 200 मिलीलीटर फोर्टिफाईड मिल्क 300 दिन तक हरियाणा डेयरी विकास सहकारिता प्रसंघ और वीटा के माध्यम से आंगनवाड़ी केंद्रों में मिलेगा.
मुख्यमंत्री ने ‘मुख्यमंत्री दूध उपहार’ योजना का शुभारंभ करते हुए तीन बच्चों और दो महिलाओं सहित पांच लाभार्थियों को स्किम्ड मिल्क पाउडर के पैकेट वितरित किए. इसके अलावा, उन्होंने ‘महिला एवं किशोरी सम्मान योजना’ के लाभार्थियों को मुफ्त सैनिटरी नैपकिन के पैकेट भी वितरित किए.
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने महिला एवं किशोरी सम्मान योजना और मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना का शुभारंभ करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना के तहत 1 से 6 वर्ष तक के बच्चों तथा गर्भवती व दूध पिलाने वाली माताओं को फोर्टिफाइड सुगंधित स्किम्ड मिल्क पाउडर दिया जाएगा. ‘महिला एवं किशोरी सम्मान योजना’ के तहत 11 लाख 24 हजार 871 बीपीएल परिवारों की 10-45 वर्ष तक की किशोरियों व महिलाओं को मुफ्त सैनिटरी नैपकिन उपलब्ध करवाए जाएंगे.
महिला एवं किशोरी सम्मान योजना से 22.50 लाख महिलाएं होगी लाभांवित
उन्होंने कहा कि ‘महिला एवं किशोरी सम्मान योजना’ के तहत लगभग 22.50 लाख महिलाओं और किशोरियों को एक साल तक हर महीने मुफ्त सैनिटरी नैपकिन का एक पैकेट दिया जाएगा. जिसमें 6 नैपकिन होंगे. इसके अलावा, शिक्षा विभाग ने भी एक योजना तैयार की है. जिसके तहत 6.50 लाख छात्राओं को हर महीने छ: सैनिटरी नैपकिन उपलब्ध कराए जाएंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि कभी-कभी लोग अपनी समस्याओं को बताने में झिझक महसूस करते हैं, लेकिन यह सरकार का कर्तव्य है कि वह निरंतर आमजन से संपर्क करे और उनके लिए आवश्यक व्यवस्था करे.
कुपोषण और एनीमिया की समस्या पर चिंता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में नूंह जैसे कुछ जिले हैं जहां महिलाओं और बच्चों में एनीमिया की समस्या अपेक्षाकृत अधिक है. उन्होंने उपायुक्तों को निर्देश देते हुए कहा कि वे अपने जिलों में ‘मुख्यमंत्री दूध उपहार’ योजना का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करें. इस योजना के तहत वितरित किए जाने वाला फोर्टिफाइड सुगंधित स्किम्ड मिल्क पाउडर कुपोषण को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
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