चंडीगढ़: हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने राज्य के सभी नोडल अधिकारियों को लोगों के लिए मनोचिकित्सीय परामर्श शुरू करने के आदेश जारी किए. इसके अलावा उन्होंने सरकारी एवं निजी अस्पतालों द्वारा अपने प्रोटोकॉल की समीक्षा सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए.
बता दें कि मुख्य सचिव ने ये निर्देश कोविड-19 के लिए नियुक्त नोडल अधिकारियों की संकट समन्वय समिति की बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दिए थे. उन्होंने कहा कि लोगों को इस समय मदद और परामर्श की जरुरत है. हरियाणा की मुख्यसचिव ने अधिकारियों से कोविड-19 के खतरे से निपटने के लिए अपने-अपने जिलों के लिए माइक्रो लेवल प्लानिंग मॉड्यूल तैयार करने को भी कहा है.
इसके बाद राज्य भर के अधिकारियों ने उन्हें अपने जिलों की माइक्रो लेवल प्लानिंग और इसके कार्यान्वयन के बारे में जानकारी दी. उन्होंने नोडल अधिकारियों को अपने क्षेत्र के सभी अस्पतालों का दौरा करने और ऑक्सीजन सिलेंडर सहित आवश्यक किट और उपकरणों की उपलब्धता का पता लगाने के निर्देश दिए. उन्होंने कोविड-19 अस्पतालों में कार्य कर रहे कर्मियों के लिए धर्मशालाओं जैसे उपयुक्त स्थलों पर रहने की पर्याप्त व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए.
ये भी जानें- रेवाड़ी: सोशल मिडिया पर पोस्ट डालना पड़ा भारी, पुलिस ने किया गिरफ्तार
उन्होंने ये भी निर्देश दिए कि सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार कोविड-19 अस्पतालों को अपने प्रोटोकॉल की समीक्षा करते रहना चाहिए. मुख्य सचिव ने स्मार्ट सिटी फरीदाबाद, गुरुग्राम और करनाल में जल्द कंट्रोल रूम बनाए जाने के भी निर्देश दिए है. इसके अलावा उन्होंने क्षेत्रों में कार्य कर रहे सभी कर्मचारियों को पर्याप्त प्रशिक्षण दिये जाने पर भी बल दिया.
उन्होंने बताया कि खाद्य पदार्थों की कीमत तय करने के लिए जिला-स्तरीय समिति का गठन किया गया है. उन्होंने ये भी निर्देश दिए कि प्रवासी मजदूरों का एक व्यापक डाटा संकलित किया जाए, जिसमें उनके मूल स्थलों की जानकारी भी शामिल हो, ताकि उन्हें उनके मूल शहरों तक भेजने की पर्याप्त व्यवस्था की जा सके.
उन्होंने कहा कि रेजिडेंट कमिश्नर, हरियाणा को दूसरे राज्यों के रेजिडेंट कमिश्नरों के साथ समन्वय स्थापित करना चाहिए, ताकि दिल्ली सहित अन्य राज्यों के अस्पतालों के साथ डाटा का सुचारु हस्तांतरण हो सके. अफवाहों और फर्जी खबरों से बचने के लिए भी कहा.