चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Chief Minister Manohar Lal Haryana) ने नई दिल्ली हरियाणा भवन में इंटरनेशनल हरियाणा एजुकेशन सोसायटी (International Haryana Education Society) का शुभारंभ किया. उन्होंने कहा कि प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय हरियाणा शिक्षा विभाग स्थापित करने की दिशा में सरकार विचार करेगी. प्रदेश सरकार हरियाणा के युवाओं की विदेशों में पढ़ने और नौकरी करने के सपने को साकार करेगी. इसके लिए विदेश सहयोग विभाग (Foreign Cooperation Department Haryana) स्थापित करने वाला हरियाणा देश का प्रथम राज्य है.
सीएम ने कहा कि प्रदेश में बीए-एम की डिग्री के साथ पासपोर्ट देने वाली हमारी पहली सरकार है. अब तक 3 हजार युवाओं के पासपोर्ट बनवाए भी जा चुके हैं. मुख्यमंत्री (Chief Minister Manohar Lal Haryana) ने प्रदेश के युवाओं को विदेशी भाषाओं को सीखने के लिए भी कहा. उन्होंने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि मैंने खुद जैपनीज भाषा सीखने के लिए कोर्स में एडमिशन लिया है. सीएम ने कहा कि विदेशों के साथ सांस्कृतिक आदान-प्रदान भी परस्पर समझ स्थापित किए जाने का एक बेहतर माध्यम होता है.
मुख्यमंत्री ने हरियाणा के युवाओं के लिए 'इंटरनेशनल हरियाणा एजुकेशन सोसायटी' द्वारा प्रारंभ किए गए ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए लंदन के युवा रोहित अहलावत की प्रशंसा करते हुए कहा कि विदेश में रहते हुए अपने समाज की चिंता करने वालों की फौज खड़ी हो जाएगी, तो हरियाणा के युवा विदेशों में जल्द लठ गाड़ देंगे.
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ब्रिटेन के सांसद वीरेंद्र शर्मा ने अपने संबोधन में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ हुई एक पुरानी मुलाकात के अनुभवों को साझा किया, उन्होंने ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम की भी प्रशंसा की. संयुक्त राज्य अमेरिका के कैलिफोर्निया से जुड़े डॉक्टर राजवीर दहिया ने अपने संबोधन में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न शिक्षण संस्थानों में प्रवेश की व्यापक संभावनाओं बारे उपयोगी विवरण प्रस्तुत किया. 'हरियाणा एजुकेशन सोसायटी' के संस्थापक रोहित अलावावत ने अपने संबोधन में सोसायटी के उद्देश्यों के बारे में बताया. ब्रिटेन से जुड़ी रेखा धनखड़ ने सोसाइटी का पहला रजिस्ट्रेशन करवाया.