चंडीगढ़: मौसम विभाग (Meteorological Department) की ओर से अगले 2 दिन तक चंडीगढ़ में येलो अलर्ट (yellow alert) जारी किया गया है. मौसम विभाग ने तेज हवाएं चलने की वजह से लोगों से घरों में ही रहने के लिए अपील की है.
मौसम विभाग का कहना है कि 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. मौसम विभाग के अधिकारियों का कहना है कि तेज हवाएं चलने की वजह से सड़क पर निकलना खतरे से खाली नहीं है. आंधी आने की वजह से बिजली के खंबे, बड़े पेड़ टूट या पेड़ों की भारी शाखाएं टूट सकती हैं.
सोमवार को भी चली थीं तेज हवाएं
बता दें कि राजधानी चंडीगढ़ में सोमवार को भी तेज हवाएं और बारिश हुई थी. जिनसे शहर के कई पेड़ टूट गए. हालांकि इससे किसी के जानमाल के नुकसान की खबर सामने नहीं आई. मौसम विभाग के अनुसार वेस्टर्न डिस्टरबेंस के चलते मौसम में यह बदलाव आया है. चंडीगढ़ मौसम विभाग के निदेशक के मुताबिक अगले दो दिन तक भी रुक रुक के बारिश होने के आसार हैं.
ये पढ़ें- हरियाणा में जुलाई के पहले हफ्ते तक पहुंचेगा मानसून, जानिए कब मिलेगी गर्मी से राहत
मौसम विभाग की तरफ से जारी किए जाने वाले चेतावनियों के बार में जाने-
रेड अलर्ट (Red Alert) : खतरनाक स्थिति का अनुमान
जब मौसम खतरनाक स्तर पर पहुंच जाता है और भारी नुकसान होने का खतरा रहता है तो रेड अलर्ट जारी किया जाता है. जब भी कोई चक्रवात अधिक तीव्रता के साथ आता है तो मौसम विभाग की ओर से तूफान की रेंज में पड़ने वाले इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी किया जाता है. ऐसे में प्रशासन से जरूरी कदम उठाने के लिए कहा जाता है.
ऑरेंज अलर्ट (Orange Alert) : मूसलाधार बारिश का अनुमान
चक्रवात के कारण मौसम के बहुत अधिक खराब होने की आशंका होती है जो कि सड़क और वायु परिवहन को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ जान और माल की क्षति भी कर सकता है. ऐसे में ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है. ऑरेंज अलर्ट में लोगों को घरों में रहने की सलाह दी जाती है.
ये भी पढे़ं- चंडीगढ़ में हुई झमाझम बारिश, लोगों को मिली गर्मी से राहत
ब्लू अलर्ट (Blue Alert) : गरज के साथ बारिश का अनुमान
जिन इलाकों में बारिश की संभावना होती है उसके लिए मौसम विभाग ब्लू अलर्ट जारी करता है. इस दौरान जिले के कई इलाकों में गरज के साथ बारिश के आसार की चेतावनी होती है.
येलो अलर्ट (Yellow Alert): जस्ट वॉच का सिग्नल
येलो अलर्ट का मतलब है कि खतरे के प्रति सावधान रहें. येलो अलर्ट लोगों को सिर्फ सचेत करने के लिए जारी किया जाता है, और ये अलर्ट जस्ट वॉच का सिग्नल है.
ग्रीन अलर्ट (Green Alert) : कोई खतरा नहीं
ग्रीन अलर्ट का मतलब होता है कि बारिश तो होगी लेकिन सामान्य स्थिति रहेगी. यानी संबंधित जगह पर कोई खतरा नहीं है.
ये भी पढे़ं- हरियाणा में इस बार देरी से आएगा मानसून, मौसम वैज्ञानिक से जानिए वजह