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उम्र में हरियाणा से भी पड़ा है बरगद का ये पेड़, जिसकी छांव में कभी बैठा करते थे बादशाह - चंडीगढ़ 31 धरोहर वृक्ष

ये कहानी है चंडीगढ़ के उस सबसे पुराने पेड़ों में से एक बरगद के पेड़ की, जो अपने अंदर इतिहास को समेटे हुए है. ये बरगद का पेड़ तब से अस्तित्व में है, जब चंडीगढ़ तक नहीं बना था और इसकी छांव के नीचे सिख गुरुओं से लेकर कई राजा आराम किया करते थे.

chandigarh three hundred year old banyan tree
कहानी चंडीगढ़ के सबसे पुराने बरगद के पेड़ की, जिसकी छाव में कभी बैठे थे सिख गुरु और राजा रणजीत सिंह
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Published : Jul 3, 2021, 10:29 PM IST

Updated : Aug 26, 2021, 3:08 PM IST

चंडीगढ़: 'द सिटी ब्यूटीफुल' चंडीगढ़ अपनी खूबसूरती और ग्रीनरी के लिए जाना जाता है. चंडीगढ़ का 45 फीसदी से ज्यादा हिस्सा पेड़ों से ढका है. यही वजह है कि यहां पेड़ों को खास महत्व दिया जाता है और यहां 31 ऐसे पेड़ हैं जिन्हें धरोहर वृक्ष (हेरिटेज ट्री)घोषित किया गया है. ऐसा ही एक बरगद का हेरिटेज ट्री चंडीगढ़ के सेक्टर 38 स्थित एक गुरुद्वारे में भी है. जो करीब 300 से 350 साल पुराना है.

इस हेरिटेज ट्री की कहानी (chandigarh banyan heritage tree) जानने के लिए ईटीवी भारत ने बात की चंडीगढ़ के पर्यावरणविद् राहुल महाजन से बात. राहुल महाजन ने बताया कि ये पेड़ करीब 300-350 साल पुराना है. यहां सिख धर्म गुरु और राजा रणजीत सिंह भी आ चुके हैं. उन्होंने बताया कि जिस वक्त चंडीगढ़ नहीं बना था. तब यहां एक गांव हुआ करता था, जिसका नाम शाहपुर था ये पेड़ तभी से यहां हैं.

कहानी चंडीगढ़ के सबसे पुराने बरगद के पेड़ की

ये भी पढ़िए: नहीं रहे पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा, चंडीगढ़ के 30 पेड़ों को दिलाया था हेरिटेज ट्री का दर्जा

उन्होंने बताया कि उस वक्त पोंटा साहिब से चमकौर साहिब या अन्य जगह पर जाने के लिए रास्ता यहीं से होकर गुजरता था और इसी जगह पर सिख धर्म गुरु रुकते थे. उस समय यहां पर राजा रणजीत सिंह का राज्य था. ये गांव चंडीगढ़ के बनने तक मौजूद था, लेकिन जब चंडीगढ़ को बनाया गया तब गांव को खत्म कर दिया गया और वहां पर चंडीगढ़ का सेक्टर 38 बसा दिया गया. पेड़ की उम्र 300-350 साल के करीब है, इसलिए इस पेड़ को हेरिटेज ट्री का दर्जा दिया गया है.

chandigarh three hundred year old banyan tree
चंडीगढ़ का सबसे पुराना बरगद का पेड़

ये भी पढ़िए: कुरुक्षेत्र: 5 साल का वक्त और करोड़ों के खर्च के बाद भी नाले में तब्दील हो रही सरस्वती नदी

राहुल शर्मा ने कहा की हालांकि इन पेड़ को हेरिटेज ट्ररी का दर्जा दे दिया गया है, लेकिन इसका सही ढंग से रखरखाव नहीं किया जा रहा है. इस पेड़ के चारों ओर कंक्रीट की तारें बिछा दी गई हैं. जिससे पेड़ की जड़ों को फैलने की जगह नहीं मिल रही है. पेड़ के तने भी खराब होने शुरू हो गए हैं. अगर पेड़ की तरफ ध्यान नहीं दिया गया तो हम इस पेड़ को जल्द ही खो सकते हैं.

chandigarh three hundred year old banyan tree
सेक्टर 38 गुरुद्वारे में है स्थित है पेड़

चंडीगढ़: 'द सिटी ब्यूटीफुल' चंडीगढ़ अपनी खूबसूरती और ग्रीनरी के लिए जाना जाता है. चंडीगढ़ का 45 फीसदी से ज्यादा हिस्सा पेड़ों से ढका है. यही वजह है कि यहां पेड़ों को खास महत्व दिया जाता है और यहां 31 ऐसे पेड़ हैं जिन्हें धरोहर वृक्ष (हेरिटेज ट्री)घोषित किया गया है. ऐसा ही एक बरगद का हेरिटेज ट्री चंडीगढ़ के सेक्टर 38 स्थित एक गुरुद्वारे में भी है. जो करीब 300 से 350 साल पुराना है.

इस हेरिटेज ट्री की कहानी (chandigarh banyan heritage tree) जानने के लिए ईटीवी भारत ने बात की चंडीगढ़ के पर्यावरणविद् राहुल महाजन से बात. राहुल महाजन ने बताया कि ये पेड़ करीब 300-350 साल पुराना है. यहां सिख धर्म गुरु और राजा रणजीत सिंह भी आ चुके हैं. उन्होंने बताया कि जिस वक्त चंडीगढ़ नहीं बना था. तब यहां एक गांव हुआ करता था, जिसका नाम शाहपुर था ये पेड़ तभी से यहां हैं.

कहानी चंडीगढ़ के सबसे पुराने बरगद के पेड़ की

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उन्होंने बताया कि उस वक्त पोंटा साहिब से चमकौर साहिब या अन्य जगह पर जाने के लिए रास्ता यहीं से होकर गुजरता था और इसी जगह पर सिख धर्म गुरु रुकते थे. उस समय यहां पर राजा रणजीत सिंह का राज्य था. ये गांव चंडीगढ़ के बनने तक मौजूद था, लेकिन जब चंडीगढ़ को बनाया गया तब गांव को खत्म कर दिया गया और वहां पर चंडीगढ़ का सेक्टर 38 बसा दिया गया. पेड़ की उम्र 300-350 साल के करीब है, इसलिए इस पेड़ को हेरिटेज ट्री का दर्जा दिया गया है.

chandigarh three hundred year old banyan tree
चंडीगढ़ का सबसे पुराना बरगद का पेड़

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राहुल शर्मा ने कहा की हालांकि इन पेड़ को हेरिटेज ट्ररी का दर्जा दे दिया गया है, लेकिन इसका सही ढंग से रखरखाव नहीं किया जा रहा है. इस पेड़ के चारों ओर कंक्रीट की तारें बिछा दी गई हैं. जिससे पेड़ की जड़ों को फैलने की जगह नहीं मिल रही है. पेड़ के तने भी खराब होने शुरू हो गए हैं. अगर पेड़ की तरफ ध्यान नहीं दिया गया तो हम इस पेड़ को जल्द ही खो सकते हैं.

chandigarh three hundred year old banyan tree
सेक्टर 38 गुरुद्वारे में है स्थित है पेड़
Last Updated : Aug 26, 2021, 3:08 PM IST
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