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Chandigarh Mayor Election:  AAP का भाजपा पर गंभीर आरोप, बोली- बीजेपी कर रही हमारे पार्षदों को खरीदने की कोशिश - आप नेता राघव चड्ढा प्रेस कॉन्फ्रेंस चंडीगढ़

Horse Trading in Chandigarh Municipal Corporation Election: चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव नतीजे आने के बाद आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाया है. उनका कहना है कि भाजपा ने उनके पार्षदों को खरीदने की कोशिश की है.

aap leader raghav chadha in Chandigarh
राघव चड्ढा ने बीजेपी पर खरीद फरोख्त का आरोप लगाया है.
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Published : Dec 28, 2021, 4:41 PM IST

Updated : Dec 28, 2021, 5:50 PM IST

चंडीगढ़ : नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. चुनाव के नतीजों के एक दिन के बाद ही आम आदमी पार्टी चंडीगढ़ भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए (Horse Trading in Chandigarh Municipal Corporation Election) हैं. आम आदमी पार्टी की ओर से कहा गया है कि भाजपा ने उसके पार्षदों को खरीदने की कोशिश की है.

चंडीगढ़ में आप नेता राघव चड्ढा (Raghav Chadha) ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने चंडीगढ़ में भी खरीद-फरोख्त की राजनीति शुरू कर दी है. आम आदमी पार्टी के 3 पार्षदों को खरीदने की कोशिश की गई है. चड्ढा ने कहा कि इन पार्षदों को 50 लाख से 75 लाख रुपए तक का ऑफर दिया गया है. राघव चड्डा ने कहा कि भाजपा जब चुनाव नहीं जीत पाती तो दूसरी पार्टियों के लोगों को खरीदने की कोशिश करने में लग जाती है लेकिन आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता ऐसे नहीं हैं जिन्हें भाजपा खरीद पाए.

AAP का भाजपा पर गंभीर आरोप, बोली- बीजेपी कर रही हमारे पार्षदों को खरीदने की कोशिश

राघव चड्ढा ने कहा कि हम एहतियात के तौर पर आम आदमी पार्टी चंडीगढ़ के सभी पार्षदों के घरों के बाहर सीक्रेट कैमरे लगवाने जा रहे हैं ताकि अगर उनके घर पर कोई भाजपा नेता मिलने आता है तो वह सीक्रेट कैमरे में कैद हो जाए. राघव चड्ढा ने कहा कि भाजपा ने इस तरह की हरकतें गोवा, अरुणाचल प्रदेश, कर्नाटकल और मध्य प्रदेश में हुए विधानसभा चुनावों के बाद की थी. मैं भाजपा के लोगों से कहना चाहता हूं कि उनकी यह कोशिशें कांग्रेस के लोगों में कामयाब हो सकती हैं. आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को वह नहीं खरीद सकते.

ये भी पढ़ें- चंडीगढ़ की जीत तो ट्रेलर है, पूरी फिल्म पंजाब में दिखाएंगे- प्रेम कुमार गर्ग

बता दें, कि 27 दिसंबर को चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव के नतीजे (Chandigarh Municipal Corporation Election 2021 Result) आ चुके हैं. पहली बार चंडीगढ़ में चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी ने धमाकेदार आगाज किया. नगर निगम की कुल 35 सीटों में से AAP 14 सीटों पर कब्जा जमाने में कामयाब हुई. जबकि बीजेपी को 12 सीटें मिली हैं. वहीं कांग्रेस को 8 सीटों पर जीत से संतोष करना पड़ा है. हलांकि बहुमत के लिए जरूरी 18 का आंकड़ा किसी भी पार्टी को नहीं मिला है.

चंडीगढ़ में इस बार नगर निगम चुनाव 35 वार्डों में लड़ा गया था. यहां एक लोकसभा सांसद की भी सीट है इसलिए प्रत्येक पार्टी को मेयर बनाने के लिए 19 पार्षदों की जरूरत होती है, लेकिन किसी भी पार्टी की झोली में 19 सीटें नहीं आई. अगर किसी पार्टी के पास 19 सीटें होती तो वह पार्टी अगले 5 सालों के लिए खुद के मेयर चुनने की शक्ति रखती, लेकिन फिलहाल चंडीगढ़ में जो हालात हैं उसे देखते हुए मेयर चुनाव (Chandigarh Mayor Election) को लेकर संशय बरकरार है.

ये भी पढ़ें- चंडीगढ़ निगम चुनाव के नतीजों का पंजाब विधानसभा चुनावों पर रहेगा कैसा असर? जानिए क्या कहना है राजनीतिक विशेषज्ञ का

मेयर चुनाव जनवरी के पहले सप्ताह में होने हैं. ऐसे में सभी पार्टियों ने जोड़-तोड़ करनी शुरू कर दी है. माना जा रहा है कि तीनों मुख्य पार्टियां मेयर चुनाव में अपना उम्मीदवार खड़ा करेंगी. ऐसे में ये जरूरी नहीं कि किसी उम्मीदवार की झोली में 19 वोट आएंगे वह तभी मेयर बनेगा बल्कि जिस उम्मीदवार की झोली में सबसे ज्यादा वोट आएंगे उसे ही मेयर चुना जाएगा. इसलिए सभी पार्टियां इस समय अपने उम्मीदवार को मेयर बनाने के लिए जोड़-तोड़ में लग गई है.

अगर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार को अपने सभी 14 पार्षदों की वोट मिल जाते है. वहीं दूसरी ओर भाजपा अपने लिए महज 2 वोट और हासिल कर लेती है. इसके बाद सांसद का वोट मिलाकर 15 वोट अपने उम्मीदवार को दिलाने में कामयाब हो जाती है तो ऐसे में बीजेपी अपना उम्मीदवार बनाने में भी कामयाब हो जाएगी. अगर सभी पार्षद अपनी-अपनी पार्टियों के साथ रहते हैं तब आम आदमी पार्टी 14 वोट के साथ ही अपना मेयर बनाने में सक्षम होगी. वहीं कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस के पार्षद आप उम्मीदवार को मेयर बनवा सकते हैं. इस तरह मेयर का चुनाव सभी पार्टियों के लिए टक्कर पेश करने वाला होगा.

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चंडीगढ़ : नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. चुनाव के नतीजों के एक दिन के बाद ही आम आदमी पार्टी चंडीगढ़ भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए (Horse Trading in Chandigarh Municipal Corporation Election) हैं. आम आदमी पार्टी की ओर से कहा गया है कि भाजपा ने उसके पार्षदों को खरीदने की कोशिश की है.

चंडीगढ़ में आप नेता राघव चड्ढा (Raghav Chadha) ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने चंडीगढ़ में भी खरीद-फरोख्त की राजनीति शुरू कर दी है. आम आदमी पार्टी के 3 पार्षदों को खरीदने की कोशिश की गई है. चड्ढा ने कहा कि इन पार्षदों को 50 लाख से 75 लाख रुपए तक का ऑफर दिया गया है. राघव चड्डा ने कहा कि भाजपा जब चुनाव नहीं जीत पाती तो दूसरी पार्टियों के लोगों को खरीदने की कोशिश करने में लग जाती है लेकिन आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता ऐसे नहीं हैं जिन्हें भाजपा खरीद पाए.

AAP का भाजपा पर गंभीर आरोप, बोली- बीजेपी कर रही हमारे पार्षदों को खरीदने की कोशिश

राघव चड्ढा ने कहा कि हम एहतियात के तौर पर आम आदमी पार्टी चंडीगढ़ के सभी पार्षदों के घरों के बाहर सीक्रेट कैमरे लगवाने जा रहे हैं ताकि अगर उनके घर पर कोई भाजपा नेता मिलने आता है तो वह सीक्रेट कैमरे में कैद हो जाए. राघव चड्ढा ने कहा कि भाजपा ने इस तरह की हरकतें गोवा, अरुणाचल प्रदेश, कर्नाटकल और मध्य प्रदेश में हुए विधानसभा चुनावों के बाद की थी. मैं भाजपा के लोगों से कहना चाहता हूं कि उनकी यह कोशिशें कांग्रेस के लोगों में कामयाब हो सकती हैं. आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को वह नहीं खरीद सकते.

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बता दें, कि 27 दिसंबर को चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव के नतीजे (Chandigarh Municipal Corporation Election 2021 Result) आ चुके हैं. पहली बार चंडीगढ़ में चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी ने धमाकेदार आगाज किया. नगर निगम की कुल 35 सीटों में से AAP 14 सीटों पर कब्जा जमाने में कामयाब हुई. जबकि बीजेपी को 12 सीटें मिली हैं. वहीं कांग्रेस को 8 सीटों पर जीत से संतोष करना पड़ा है. हलांकि बहुमत के लिए जरूरी 18 का आंकड़ा किसी भी पार्टी को नहीं मिला है.

चंडीगढ़ में इस बार नगर निगम चुनाव 35 वार्डों में लड़ा गया था. यहां एक लोकसभा सांसद की भी सीट है इसलिए प्रत्येक पार्टी को मेयर बनाने के लिए 19 पार्षदों की जरूरत होती है, लेकिन किसी भी पार्टी की झोली में 19 सीटें नहीं आई. अगर किसी पार्टी के पास 19 सीटें होती तो वह पार्टी अगले 5 सालों के लिए खुद के मेयर चुनने की शक्ति रखती, लेकिन फिलहाल चंडीगढ़ में जो हालात हैं उसे देखते हुए मेयर चुनाव (Chandigarh Mayor Election) को लेकर संशय बरकरार है.

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मेयर चुनाव जनवरी के पहले सप्ताह में होने हैं. ऐसे में सभी पार्टियों ने जोड़-तोड़ करनी शुरू कर दी है. माना जा रहा है कि तीनों मुख्य पार्टियां मेयर चुनाव में अपना उम्मीदवार खड़ा करेंगी. ऐसे में ये जरूरी नहीं कि किसी उम्मीदवार की झोली में 19 वोट आएंगे वह तभी मेयर बनेगा बल्कि जिस उम्मीदवार की झोली में सबसे ज्यादा वोट आएंगे उसे ही मेयर चुना जाएगा. इसलिए सभी पार्टियां इस समय अपने उम्मीदवार को मेयर बनाने के लिए जोड़-तोड़ में लग गई है.

अगर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार को अपने सभी 14 पार्षदों की वोट मिल जाते है. वहीं दूसरी ओर भाजपा अपने लिए महज 2 वोट और हासिल कर लेती है. इसके बाद सांसद का वोट मिलाकर 15 वोट अपने उम्मीदवार को दिलाने में कामयाब हो जाती है तो ऐसे में बीजेपी अपना उम्मीदवार बनाने में भी कामयाब हो जाएगी. अगर सभी पार्षद अपनी-अपनी पार्टियों के साथ रहते हैं तब आम आदमी पार्टी 14 वोट के साथ ही अपना मेयर बनाने में सक्षम होगी. वहीं कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस के पार्षद आप उम्मीदवार को मेयर बनवा सकते हैं. इस तरह मेयर का चुनाव सभी पार्टियों के लिए टक्कर पेश करने वाला होगा.

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Last Updated : Dec 28, 2021, 5:50 PM IST
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