चंडीगढ़: शहर में बेहतरीन शिक्षा प्रणाली मुहैया कराने के लिए केंद्रीय योजनाओं के तहत चलाए जा रहे एजुकेशन प्रोजेक्ट को जी-20 की एजुकेशन एग्जीबिशन में डिस्प्ले करने का मौका चंडीगढ़ को मिला है. चंडीगढ़ में बालवाटिका प्रोजेक्ट को नए सत्र में बेहद उत्साहजनक परिणाम मिले थे. यही कारण है कि बालवाटिका में नए सत्र के दौरान 6 हजार 704 बच्चों का नामाकंन हो चुका है. इस एजुकेशन एग्जीबिशन में बालवाटिका और किलकारी योजनाओं के बारे में बताया जाएगा.
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जानकारी के अनुसार देश में चल रही जी-20 समिट के दौरान जल्द ही शिक्षा मंत्रालय द्वारा एजुकेशन एग्जीबिशन कराई जा रही है. जिसमें चंडीगढ़ के दो प्रोजेक्ट किलकारी और पाठशाला को डिस्प्ले किया जाएगा. यह एजुकेशन एग्जीबिशन 16 जून से 22 जून तक आयोजित की जाएगी. जिनमें देश की सभी शिक्षा योजनाओं को डिस्प्ले किया जाएगा. इस दौरान इनमें होने वाले बदलावों पर भी गहन चर्चा की जाएगी.
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चंडीगढ़ प्रशासन और चंडीगढ़ शिक्षा विभाग द्वारा चलाए जा रहे प्रोजेक्ट किलकारी और पाठशाला को फिलहाल सर्व शिक्षा अभियान द्वारा चलाया जा रहा है. जी 20 एजुकेशन एग्जिबिशन में बीएसपी सभी बेहतरीन एजुकेशन प्रोजेक्ट्स को स्कूल अलग-अलग राज्यों के प्रतिनिधियों द्वारा प्रकाशित किया जाएगा. इसके साथ ही इनमें होने वाली बेहतरीन सेवाओं को कैसे अन्य राज्यों में लागू किया जा सकता है, उस पर भी सुझाव दिए जाएंगे. केंद्र सरकार ने अप्रैल 2023 में नई शिक्षा नीति 2020 का आरंभ किया था.
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नई शिक्षा नीति 2020 में 5 की बजाए 3 वर्ष के बच्चों को स्कूल में दाखिला किया जाएगा. जिसे बाल वाटिका का नाम दिया गया है. चंडीगढ़ प्रशासन ने अप्रैल 2023 में बाल वाटिका की यूनिट को 100 प्रतिशत दाखिले के साथ शुरू कर दिया था. जिसे बाद में चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा किलकारी प्रोजेक्ट नाम दिया गया. चंडीगढ़ पहला ऐसा केंद्र शासित राज्य है, जिसने बाल वाटिका को सबसे पहले शुरू किया था. चंडीगढ़ में बालवाटिका प्रोजेक्ट को नए सत्र में बेहद उत्साहजनक परिणाम मिले थे. जिसके चलते 6 हजार 704 बच्चों का बालवाटिका में नामाकंन किया गया था.