चंडीगढ़: सतलुज यमुना लिंक नहर पर पंजाब में हुई सर्वदलीय बैठक के बाद हरियाणा में बयानबाजी रुकने का नाम नहीं ले रही है. चंडीगढ़ में हरियाणा के नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने एसवाईएल नहर निर्माण को लेकर बीजेपी पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लागू नहीं करवाने के आरोप लगाए हैं.
हुड्डा ने कहा कि राष्ट्रपति रेफरेंस पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद हरियाणा का एक सर्वदलीय शिष्टमंडल तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मिला था और नहर का निर्माण करने की अपील भी की थी. इस दौरान वकीलों से ली कानूनी राय के अनुसार सरकार को नहर का निर्माण कार्य शुरू करवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट से किसी तरह का ऑर्डर लेने की जरूरत नहीं है. केंद्र सरकार अपने स्तर पर नहर का निर्माण करवा सकती है.
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नेता विपक्ष हुड्डा ने इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला के उन आरोपों का भी खंडन किया जिसमें कांग्रेस पर एसवाईएल नहर को लेकर हरियाणा के हितों से समझौता करने के आरोप लगाए थे. हुड्डा ने कहा कि जब नहर निर्माण को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया था, तब हरियाणा में इनेलो की सरकार थी तो उन्हें बताना चाहिए कि अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने क्या किया?
'SYL के लिए राजनीति से ऊपर उठकर करेंगे बात'
हुड्डा ने कहा कि एसवाईएल हरियाणा की जीवन रेखा है और पानी लाने के लिए दलगत राजनीति से ऊपर उठकर काम किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर हरियाणा सरकार प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति से मिलने के लिए पहल करती है तो वो उनके साथ हैं.
'बबली के आरोपों की तुरंत होनी चाहिए जांच'
वहीं हुड्डा ने टोहाना से जेजेपी विधायक देवेंद्र बबली के नशाखोरी को लेकर गृह मंत्री अनिल विज को दिए ज्ञापन पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि देवेंद्र बबली वर्तमान में सरकार का हिस्सा हैं और इस पर गंभीरता दिखाते हुए सरकार को तुरंत जांच करवानी चाहिए.