चंडीगढ: नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने करनाल में किसान महापंचायत के दौरान हुए बवाल पर कहा है कि सरकार को टकराव की स्थिति से बचना चाहिए. भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि किसान की लागत बढ़ रही है और आमदनी घट रही है. जिससे स्थिति बहुत गंभीर बनी है. उन्होंने कहा कि दूसरी तरफ वार्ताओं का दौर चल रहा है. 15 जनवरी को फिर से बैठक होनी है. ऐसे में सरकार को टकराव से बचना चाहिए.
करनाल में प्रदर्शन के दौरान किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़े गए, इसके साथ ही उनके ऊपर वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया. इसपर पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सरकार को कोई ऐसा कदम नहीं उठाना चाहिए.
'सरकार को विशेष सत्र बुलाना चाहिए'
उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार लोगों का विश्वास खो चुकी है और विधायकों का भी विश्वास खो चुकी है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में गंभीर स्थिति बन रही है. कानून व्यवस्था ठप हो चुकी है. इसलिए सरकार को विशेष सत्र बुलाना चाहिए. हुड्डा ने कहा कि वो राज्यपाल से मिलकर ये मांग करेंगे कि वो अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करके तुरंत विधानसभा का विशेष सत्र बुलाए.
15 जनवरी को प्रदर्शन करेगी कांग्रेस
15 जनवरी को कांग्रेस की तरफ से राजभवन में जाकर राज्यपाल को ज्ञापन दिया जाएगा. इस पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस की तरफ से राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम तय किया गया है. इसी के तहत हरियाणा में भी कार्यक्रम तय है. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि वो मंगलवार को राज्यपाल के पास जाएंगे और उन्हें पूरी स्थिति से अवगत करवाया जाएगा.
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गौरतलब है कि कृषि कानूनों के विरोध में किसान दिल्ली से लगती सीमाओं पर 45 दिन से डटे हुए हैं. अभी तक सरकार और किसान प्रतिनिधियों के बीच 9 दौर की बातचीत हो चुकी है. लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला है. वहीं दिन बीतने के साथ-साथ किसानों का आंदोलन भी तेज होता जा रहा है. रविवार को किसानों ने करनाल में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कार्यक्रम का विरोध किया. जिसकी वजह से मुख्यमंत्री का कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा.