चंडीगढ़/दिल्ली: पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने 20 दिनों से लगातार बढ़ रहे तेल के दामों का विरोध किया है. उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम सबसे ज्यादा आम आदमी और किसान पर भारी पड़ रहे हैं, क्योंकि खेती का ज्यादातर काम डीजल पर निर्भर है. सिंचाई से लेकर ट्रांसपोर्ट तक में सबसे ज्यादा डीजल का इस्तेमाल होता है, लेकिन मौजूदा सरकार ने डीजल को पेट्रोल से भी महंगा कर दिया है.
हुड्डा ने कहा कि तेल के दामों का सीधा कनेक्शन महंगाई से है. अगर तेल के दाम बढ़ेंगे तो ट्रांसपोर्ट किराया, परिवहन, आवागमन, व्हीकल चलाना और उत्पादन महंगा हो जाएगा. इसके चलते हर चीज के दाम बढ़ेंगे. सरकार तेल के दाम बढ़ाकर जनता का तेल निकालने में लगी है. महामारी और मंदी के दौर में सरकार लोगों को राहत देने की बजाए महंगाई की मार मारने में लगी है.
इसके आगे नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश सरकार लोगों से कई गुणा टैक्स वसूल रही है और कर्ज भी कई गुणा ले चुकी है. उन्होंने कहा कि जिस कोरोना काल में सरकार को राहत देने चाहिए थी, उस दौर में सरकार लोगों पर आर्थिक बोझ बढ़ा रही है. हुड्डा ने तेल की बढ़ी हुई दरों का पुरजोर विरोध करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से लगाया गया दोगुना वैट और केंद्र सरकार की ओर से थोपी गई एक्साइज ड्यूटी को तुरंत कम किया जाए, ताकि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की घटी कीमतों का फायदा आम जनता को मिल पाए.
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गौरतलब है कि शुक्रवार को लगातार 20वें दिन पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी की गई है. ये इतिहास में पहली बार है जब राजधानी दिल्ली में पेट्रोल और डीजल दोनों के भाव 80 रुपये प्रति लीटर पार कर गए हैं. पिछले 20 दिनों में डीजल की कीमत में 10.79 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है, जबकि पेट्रोल भी 8.87 रुपये महंगा हुआ है.