चंडीगढ़ः हरियाणा के चर्चित आईएएस अशोक खेमका एक बार फिर चर्चा में है. अशोक खेमका इस बार अपने एक ट्वीट को लेकर चर्चा में हैं.
अशोक खेमका ने लॉकडाउन और VVIP को लेकर एक ट्वीट किया है. जिसमें उन्होंने लिखा है कि
मैंने किसी VVIP को इस LOCKDOWN अवधि में भी जीवन की आवश्यक जरूरतों के लिए जनसाधारण की लाइन में खड़े होते नहीं देखा। हाँ, उन्हें दूसरों को सामान वितरित करते और फोटो खींचवाते हुए जरूर देखा है.
जाके पाँव न फटी बिवाई, वो क्या जाने पीर पराई.
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मैंने किसी VVIP को इस LOCKDOWN अवधि में भी जीवन की आवश्यक जरूरतों के लिए जनसाधारण की लाइन में खड़े होते नहीं देखा। हाँ, उन्हें दूसरों को सामान वितरित करते और फोटो खींचवाते हुए जरूर देखा है।
— Ashok Khemka (@AshokKhemka_IAS) April 25, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
जाके पाँव न फटी बिवाई, वो क्या जाने पीर पराई।
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— Ashok Khemka (@AshokKhemka_IAS) April 25, 2020
जाके पाँव न फटी बिवाई, वो क्या जाने पीर पराई।मैंने किसी VVIP को इस LOCKDOWN अवधि में भी जीवन की आवश्यक जरूरतों के लिए जनसाधारण की लाइन में खड़े होते नहीं देखा। हाँ, उन्हें दूसरों को सामान वितरित करते और फोटो खींचवाते हुए जरूर देखा है।
— Ashok Khemka (@AshokKhemka_IAS) April 25, 2020
जाके पाँव न फटी बिवाई, वो क्या जाने पीर पराई।
आपकों बता दें कि 1991 बैच के आईएएस अधिकारी खेमका की गिनती बेहद ईमानदार अधिकारियों में होती है. वे जिस विभाग में रहे, वहां अनियमितताओं का खुलकर विरोध किया.अशोक खेमका हरियाणा के ऐसे आईएएस अधिकारी हैं, जिन्हें एक जगर टिककर काम नहीं करने दिया जाता है. 28 साल में अब तक अशोक खेमका के 53 ट्रांसफर हो चुके हैं. मौजूदा वक्त में अशोक खेमका हरियाणा सरकार के अभिलेखागार, पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग में कार्यरत हैं.
53वीं ट्रांसफर से पहले अशोक खेमका ने महाराष्ट्र की राजनीतिक घटनाक्रम पर ट्वीट किया था. उस वक्त अशोक खेमका ने तंज कसते हुए कहा था कि विधायकों की खरीद फरोख्त, उन्हें बंधक बनाना सभी जनसेवा के लिए की जाती है, जनसेवा जैसा सुअवसर छोड़ा नहीं जाता, वंचित रहने से हृदय में पीड़ा जो होती है. होने दो, खूब द्वंद होने दो, साझेदारी में तो मिल-बांट कर जनसेवा की जाएगी.
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विधायकों की खरीद फरोख्त, उन्हें बंधक बनाना सभी जनसेवा के लिए की जाती है। जनसेवा जैसा सुअवसर छोड़ा नहीं जाता, वंचित रहने से हृदय में पीड़ा जो होती है।
— Ashok Khemka (@AshokKhemka_IAS) November 27, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
होने दो, खूब द्वंद होने दो। साझेदारी में तो मिल-बाँट कर जनसेवा की जाएगी।
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— Ashok Khemka (@AshokKhemka_IAS) November 27, 2019
होने दो, खूब द्वंद होने दो। साझेदारी में तो मिल-बाँट कर जनसेवा की जाएगी।विधायकों की खरीद फरोख्त, उन्हें बंधक बनाना सभी जनसेवा के लिए की जाती है। जनसेवा जैसा सुअवसर छोड़ा नहीं जाता, वंचित रहने से हृदय में पीड़ा जो होती है।
— Ashok Khemka (@AshokKhemka_IAS) November 27, 2019
होने दो, खूब द्वंद होने दो। साझेदारी में तो मिल-बाँट कर जनसेवा की जाएगी।
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