चंडीगढ़ः पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर किए गए एयर स्ट्राइक को लेकर विपक्ष लगातार मोदी सरकार से सवाल पूछ रहा है. विपक्ष द्वारा लगाए जा रहे तमाम आरोपों पर हरियाणा के कैबिनेट मंत्री और गब्बर के नाम से मशहूर अनिल विज को गुस्सा आ गया है.
एयर स्ट्राइक को लेकर हो रही तमाम बयानबाजियों को लेकर अनिल विज ने विपक्ष पर करारा हमला बोला है. अनिल विज ने इसको लेकर ट्वीट किया है कि 'अगली बार भारत जब पाकिस्तान में छिपे आतंकवादियों पर बम गिराएं तो #महागठबंधन के किसी नेता को नीचे खड़ा कर देना चाहिए ताकि वह लाशें खुद गिन सकें.'
इस बात से तो सभी वाकिफ हैं कि पुलवामा में सीआएपीएफ के काफिले पर आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे. आतंकियों की इस घिनौनी करतूत का जवाब देते हुए केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी.
बालाकोट में घुसकर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद पर एयर फोर्स द्वारा की गई इस स्ट्राइक के बाद से ही देशभर में विपक्ष ने इस पर तमाम तरह के सवाल उठाने शुरू कर दिए. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी एयर स्ट्राइक का सबूत मांग चुकी है. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी पूछा था कि सरकार को एयरस्ट्राइक के सबूत देश के सामने रखने चाहिए.
यही नहीं कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने इंटरनेशनल मीडिया की रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए पीएम नरेंद्र मोदी से जवाब मांगा है. उन्होंने कहा कि इंटरनेशनल मीडिया कह रहा है कि कोई आतंकी नहीं मारा गया है और इसपर जवाब दिया जाना चाहिए.
सिब्बल ने एक ट्वीट में न्यूयॉर्क टाइम्स, लंदन स्थित जेन इन्फॉर्मेंशन ग्रुप, वॉशिंगटन पोस्ट, डेली टेलीग्राफ, द गार्डियन और रायटर्स जैसे इंटरनेशनल मीडिया में पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकियों को नुकसान की कोई खबर नहीं है. उन्होंने ट्वीट कर केंद्र सरकार पर आतंक के राजनीतिकरण का दोषी होने का आरोप लगाया है. पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम ने इस हमले में हताहतों की संख्या सामने आने पर भी सवाल उठाए है.
इन सब सवालों को देखते हुए पुलवामा हमले के 13वें दिन मोदी सरकार ने बताया कि एयर स्ट्राइक कर 250 से ज्यादा आतंकी माग गिराए. कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने एयर वाइस मार्शल आर के कपूर के बयान का हवाला देते हुए अमित शाह के इस दावे पर सवाल उठाया.
वहीं कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, 'एयर स्ट्राइक पर विदेशी मीडिया में संदेह पैदा किया जा रहा है, जिससे हमारी सरकार की विश्वसनीयता पर प्रश्न चिह्न लग रहा है.'पहले उन्होंने ने कहा था कि तकनीक के दौर में किसी कार्रवाई की तस्वीरें सैटेलाइट से मिल सकती हैं. लिहाजा सरकार को सबूत देना चाहिए. अमेरिका ने लादेन को मारने का सबूत पेश किया था.
मंगलवार को दिग्विजय सिंह ट्वीट में लिखा, 'प्रधानमंत्री जी आपकी सरकार के कुछ मंत्री कहते हैं 300 आतंकवादी मारे गए, भाजपा अध्यक्ष कहते हैं 250 मारे हैं. योगी आदित्यनाथ कहते हैं 400 मारे गए और आपके मंत्री एएस अहलुवालिया कहते हैं कि एक भी नहीं मरा. आप इस पर मौन हैं. देश जानना चाहता है कि इनमें झूठा कौन है.''
वहीं वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने सोमवार को कहा था कि अगर भारत ने जंगलों ने बम गिराए तो पाक की तरफ से हमला क्यों किया गया? हमले में कितने लोग मारे गए, ये पता करना वायुसेना का काम नहीं. यह सरकार काम है. हमने अपने लक्ष्य पर निशाना साधा. हमने मारे गए लोगों की नहीं बल्कि कितने निशाने लगाए, इसकी गिनती की.
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने भी विपक्ष के तमाम आरोपों की करारी निंदा की.
पीएम ने एक रैली के दौरान कहा कि हमारे कुछ नेताओं के बयान से पाकिस्तान में ताली बजती है. महागठबंधन पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा था कि कुछ लोग कहते हैं कि मोदी हटाओ और मैं कहता हूं आतंकवाद मिटाओ.