चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा बजट सत्र की कार्यवाही के दौरान बुधवार को कांग्रेस की तरफ से अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था जो कि पास नहीं हो पाया. अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में कुल 32 वोट पड़े थे जिसमें 30 वोट कांग्रेसी विधायकों ने जबकि दो निर्दलीय विधायकों ने भी अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन किया. वहीं प्रस्ताव के खिलाफ 55 वोट पड़े.
हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने अविश्वास प्रस्ताव सदन में गिरने के बाद कहा कि कांग्रेस के नेता जो अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए थे, उसके अपेक्षित रिजल्ट आए हैं. एक फायदा हुआ है कि कांग्रेस के लोग बाहर लोगों को डराते थे कि मंडी टूट जाएगी, एमएसपी खत्म हो जाएगी. इन मुद्दों पर एक भी शब्द नहीं बोल पाए कि किस तरीके से मंडियां टूटेगी, एमएसपी खत्म होगी.
कृषि मंत्री ने कहा हमारे मुख्यमंत्री ने तो यहां तक कहा कि विपक्ष और सत्ता पक्ष की एक कमेटी बना लेते हैं. किसान हितेषी कोई भी फैसला लेना है तो उसके लिए तैयार हैं. शानदार ढंग से भारतीय जनता पार्टी और जेजेपी की सरकार चल रही है. सरकार कोई भी जनहितैषी फैसला लेने से पीछे नहीं हटेगी.
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वहीं कांग्रेस की तरफ से ये कहने पर कि ऐसे लोग बेनकाब हो चुके हैं जो किसानों के साथ होने का दम भरते थे इस पर कृषि मंत्री ने कहा कि बेनकाब कांग्रेस हो चुकी है. कांग्रेस ढाई से 3 महीने से झूठ बोल कर गुमराह कर रही थी मगर एक भी शब्द यहां नहीं बोल पाई कि कैसे किसानों की जमीने जाएंगी और मंडियां समाप्त होंगी.
वहीं 12 मार्च को पेश होने वाले बजट को लेकर कृषि मंत्री ने कहा कि हरियाणा कृषि प्रधान प्रदेश है. किसानों के लिए पूरी उम्मीद है कि अभूतपूर्व बजट आएगा. किसानों के लिए बहुत सारी योजनाएं लाई जाएंगी.
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