चंडीगढ़: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला के जेल से बाहर आने के बाद प्रदेश का सियासी पारा एक बार फिर चढ़ गया है. ओपी चौटाला की रिहाई के बाद अभय चौटाला विरोधी पार्टियों पर और भी ज्यादा आक्रमक होते नजर आ रहे हैं. प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए अभय चौटाला ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि ओपी चौटाला स्वस्थ होते ही किसान आंदोलन (farmers agitation) में जरूर शामिल होंगे.
अभय चौटाला ने ये साफ किया कि ओपी चौटाला स्वस्थ होने के बाद कृषि कानूनों के खिलाफ लड़ रहे किसानों को अपना समर्थन (op chautala farmers agitation support) जरूर देंगे और किसान आंदोलन में शामिल जरूर होंगे. बता दें कि कुछ दिनों पहले ओपी चौटाला की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. इस हादसे में ओपी चौटाला के बाई हाथ की कलाई में फ्रेक्चर आया है.
ये भी पढ़िए: ओपी चौटाला रिहा: ढोल नगाड़े, फूलों की बारिश और डांस के साथ कार्यकर्ताओं ने ऐसे किया स्वागत
इसके साथ ही अभय चौटाला ने ये भी कहा कि ओपी चौटाला के स्वागत में खड़े हुए लोगों के हुजूम को देखकर जेजेपी और कांग्रेस की चिंता बढ़ गई है. ये तो अभी इनेलो की पहली लहर है, जल्द ही इनेलो की तीसरी लहर आने वाली है जो बीजेपी-जेजेपी और कांग्रेस के लिए किसी सुनामी से कम नहीं होगी.
ये भी पढ़िए: रिहा होने के बाद ट्विटर पर ट्रेंड करने लगे ओपी चौटाला, चला हैशटैग 'हरियाणा का शेर आया'
बता दें कि शुक्रवार सुबह कागजी कार्यवाही पूरी करने के बाद ओपी चौटाला तिहाड़ जेल से रिहा हो चुके हैं (Op Chautala Released tihad jail). दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर पर ओपी चौटाला के कार्यकर्ताओं ने उनका ढोल नगाड़ों के साथ जोरदार स्वागत किया. साथ में कार्यकर्ताओं ने हरियाणा के शेर आया के नारे लगाए. यही हैशटैग ट्वीटर भी ट्रेंड (Op Chautala Trending Twitter) करने लगा है.
ये भी पढ़िए: ओपी चौटाला हुए जेल से रिहा, गुरुग्राम-दिल्ली बॉर्डर पर कार्यकर्ताओं ने किया स्वागत
वहीं दूसरी तरफ अगर किसान आंदोलन की बात करें तो कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों का ये आंदोलन आंठवें महीने में प्रवेश कर चुका है. किसान नेता अब भी अपनी मांग पर अड़े हैं, इसके अलावा किसान नेता मॉनसून सत्र में संसद कूच करने पर भी विचार कर रहे हैं. इस बीच अगर ओपी चौटाला किसान आंदोलन को समर्थन देते हैं तो इससे हरियाणा की राजनीति गरमाना लगभग तय है.