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शराब और रजिस्ट्री घोटाले की सीबीआई से जांच करवाएं- अभय चौटाला - अभय चौटाला पीसी चंडीगढ़

इनेलो नेता अभय चौटाला ने कहा कि शराब और रजिस्ट्री घोटाले की सीबीआई से जांच करवानी चाहिए. इससे असलियत सामने आ जाएगी.

abhay chautala press conference chandigarh
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Published : Feb 18, 2021, 7:23 PM IST

Updated : Feb 18, 2021, 7:31 PM IST

चंडीगढ़: इनेलो के प्रधान महासचिव अभय चौटाला ने गुरुवार को चंडीगढ़ में प्रेसवार्ता कर प्रदेश में शराब और रजिस्ट्री घोटाले पर गठबंधन सरकार को घेरा. खासकर उन्होंने प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला पर भी निशाना साधा और तहसीलदारों की नियुक्ति पर भी सवाल खड़े किए. वहीं उन्होंने अजय चौटाला द्वारा दुष्यंत के इस्तीफे की बात कहने पर भी चुटकी ली.

घोटालों को लेकर सरकार को घेरा

अभय चौटाला ने गठबंधन सरकार पर आरोप लगाया कि प्रदेश में नौ बड़े घोटाले हुए हैं. इनमें केवल शराब व रजिस्ट्री घोटाले की ही जांच हो पाई है. यदि इन घोटालों की असलियत सामने लानी है तो इसकी जांच सीबीआई से कराई जाए. अब तो अधिकारियों के सिर पर ठीकरा फोड़ा जा रहा है, जांच में कई बड़े नेता भी संलिप्त मिलेंगे.

इनेलो के प्रधान महासचिव अभय चौटाला ने गुरुवार को चंडीगढ़ में प्रेसवार्ता की

अभय चौटाला ने आरोप लगाया कि प्रदेश में सरकारी विभागों में दलाली के बिना कोई काम नहीं हो रहा है. पीडब्ल्यूडी बीएंडआर के ठेकेदार मुख्यमंत्री के समक्ष दलाली का दुखड़ा रो चुके हैं. रजिस्ट्री घोटाले पर उन्होंने बोलते हुए कहा कि जांच में तीन सौ से ज्यादा लोग दोषी पाए गए हैं. इस घोटाले में विभाग का मंत्री भी शामिल है. तहसीलदारों की नियुक्ति दलालों द्वारा पैसे लेकर की गई.

ये भी पढ़ें- रेल रोको आंदोलन के चलते रोहतक में रेल यात्री हुए परेशान

उन्होंने कहा कि शराब घोटाले में भी लीपापोती करते हुए एसआईटी के बजाय एसईटी से जांच करवाई गई जिसके पास कोई अधिकार नहीं थे. एसईटी की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि राजस्व विभाग में नियुक्ति को लेकर पूरा खेल हुआ है. विभाग के मंत्री से जुड़े एक व्यक्ति ने तहसीलदरों की नियुक्ति को लेकर खूब मनमानी की. वहीं आबकारी विभाग के ईटीओ ने अधिकारियों की नियुक्ति में खूब खेल किया.

तीन मार्च को ऐलनाबाद में होगी किसान महापंचायत

यह तमाम बातें एसईटी ने अपनी रिपोर्ट में दर्ज की हैं. उनके इस्तीफे से किसानों पर पड़ने वाले असर पर पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि तीन मार्च को ऐलनाबाद में किसान महापंचायत होगी. उस दिन उनके इस्तीफे के मायने का पता चल जाएगा.

अजय जेल में ले गया दुष्यंत का इस्तीफा

जजपा नेता अजय चौटाला द्वारा प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का इस्तीफा जेब में होने की बात भी अभय चौटाला ने चुटकी ली. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर दुष्यंत चौटाला के इस्तीफे को लेकर खूब कामेंट किए जा रहे हैं. अजय चौटाला तो अब जेल में है, तो क्या इस्तीफा भी जेल में ले गए हैं. उन्होंने सरकार की गठबंधन पार्टी का नाम लिए बगैर कहा कि एक पार्टी बहुत तेजी से आगे बढ़ी थी, लेकिन उतनी ही तेजी से उसका अंत भी हो गया है.

भूपेंद्र हुड्डा भाजपा के एजेंट

अभय चौटाला ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को भाजपा का एजेंट करार दिया. दरअसल, अभय पर हुड्डा ने आरोप लगाया था कि उन्होंने भाजपा को बचाने के लिए इस्तीफा दिया है. इस पर अभय ने कहा कि सबके सामने है, इसका सीधा और साफ प्रमाण है कि भूपेंद्र हुड्डा ने राज्यसभा के चुनाव में सुभाष चंद्रा को जिताने के लिए अपना बैलेट पेपर खाली छोड़ दिया था और उनके विधायकों के पैन की स्याही बदलवाकर वोट कैंसिल करवाए थे.

इसके एवज में भाजपा ने अहसान चुकाते हुए राज्यसभा चुनाव में दीपेंद्र हुड्डा के खिलाफ कोई उम्मीदवार खड़ा नहीं किया और दीपेंद्र को चुनाव जितवाया. विधानसभा सत्र में भी जहां नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी निभाते हुए उन्हें कृषि कानूनों पर चर्चा के दौरान बहस करनी चाहिए थी वहीं कांग्रेस प्रस्ताव पर वोटिंग करवाने पर अड़ी रही और सदन से वॉकआउट कर चले गए थे जिससे साफ जाहिर होता है कि भूपेंद्र हुड्डा भाजपा के एजेंट के रूप में कार्य कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें- करनाल: तिहाड़ जेल से जमानत पर बाहर आते ही धरनास्थल पहुंच गया ये किसान

चंडीगढ़: इनेलो के प्रधान महासचिव अभय चौटाला ने गुरुवार को चंडीगढ़ में प्रेसवार्ता कर प्रदेश में शराब और रजिस्ट्री घोटाले पर गठबंधन सरकार को घेरा. खासकर उन्होंने प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला पर भी निशाना साधा और तहसीलदारों की नियुक्ति पर भी सवाल खड़े किए. वहीं उन्होंने अजय चौटाला द्वारा दुष्यंत के इस्तीफे की बात कहने पर भी चुटकी ली.

घोटालों को लेकर सरकार को घेरा

अभय चौटाला ने गठबंधन सरकार पर आरोप लगाया कि प्रदेश में नौ बड़े घोटाले हुए हैं. इनमें केवल शराब व रजिस्ट्री घोटाले की ही जांच हो पाई है. यदि इन घोटालों की असलियत सामने लानी है तो इसकी जांच सीबीआई से कराई जाए. अब तो अधिकारियों के सिर पर ठीकरा फोड़ा जा रहा है, जांच में कई बड़े नेता भी संलिप्त मिलेंगे.

इनेलो के प्रधान महासचिव अभय चौटाला ने गुरुवार को चंडीगढ़ में प्रेसवार्ता की

अभय चौटाला ने आरोप लगाया कि प्रदेश में सरकारी विभागों में दलाली के बिना कोई काम नहीं हो रहा है. पीडब्ल्यूडी बीएंडआर के ठेकेदार मुख्यमंत्री के समक्ष दलाली का दुखड़ा रो चुके हैं. रजिस्ट्री घोटाले पर उन्होंने बोलते हुए कहा कि जांच में तीन सौ से ज्यादा लोग दोषी पाए गए हैं. इस घोटाले में विभाग का मंत्री भी शामिल है. तहसीलदारों की नियुक्ति दलालों द्वारा पैसे लेकर की गई.

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उन्होंने कहा कि शराब घोटाले में भी लीपापोती करते हुए एसआईटी के बजाय एसईटी से जांच करवाई गई जिसके पास कोई अधिकार नहीं थे. एसईटी की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि राजस्व विभाग में नियुक्ति को लेकर पूरा खेल हुआ है. विभाग के मंत्री से जुड़े एक व्यक्ति ने तहसीलदरों की नियुक्ति को लेकर खूब मनमानी की. वहीं आबकारी विभाग के ईटीओ ने अधिकारियों की नियुक्ति में खूब खेल किया.

तीन मार्च को ऐलनाबाद में होगी किसान महापंचायत

यह तमाम बातें एसईटी ने अपनी रिपोर्ट में दर्ज की हैं. उनके इस्तीफे से किसानों पर पड़ने वाले असर पर पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि तीन मार्च को ऐलनाबाद में किसान महापंचायत होगी. उस दिन उनके इस्तीफे के मायने का पता चल जाएगा.

अजय जेल में ले गया दुष्यंत का इस्तीफा

जजपा नेता अजय चौटाला द्वारा प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का इस्तीफा जेब में होने की बात भी अभय चौटाला ने चुटकी ली. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर दुष्यंत चौटाला के इस्तीफे को लेकर खूब कामेंट किए जा रहे हैं. अजय चौटाला तो अब जेल में है, तो क्या इस्तीफा भी जेल में ले गए हैं. उन्होंने सरकार की गठबंधन पार्टी का नाम लिए बगैर कहा कि एक पार्टी बहुत तेजी से आगे बढ़ी थी, लेकिन उतनी ही तेजी से उसका अंत भी हो गया है.

भूपेंद्र हुड्डा भाजपा के एजेंट

अभय चौटाला ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को भाजपा का एजेंट करार दिया. दरअसल, अभय पर हुड्डा ने आरोप लगाया था कि उन्होंने भाजपा को बचाने के लिए इस्तीफा दिया है. इस पर अभय ने कहा कि सबके सामने है, इसका सीधा और साफ प्रमाण है कि भूपेंद्र हुड्डा ने राज्यसभा के चुनाव में सुभाष चंद्रा को जिताने के लिए अपना बैलेट पेपर खाली छोड़ दिया था और उनके विधायकों के पैन की स्याही बदलवाकर वोट कैंसिल करवाए थे.

इसके एवज में भाजपा ने अहसान चुकाते हुए राज्यसभा चुनाव में दीपेंद्र हुड्डा के खिलाफ कोई उम्मीदवार खड़ा नहीं किया और दीपेंद्र को चुनाव जितवाया. विधानसभा सत्र में भी जहां नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी निभाते हुए उन्हें कृषि कानूनों पर चर्चा के दौरान बहस करनी चाहिए थी वहीं कांग्रेस प्रस्ताव पर वोटिंग करवाने पर अड़ी रही और सदन से वॉकआउट कर चले गए थे जिससे साफ जाहिर होता है कि भूपेंद्र हुड्डा भाजपा के एजेंट के रूप में कार्य कर रहे हैं.

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Last Updated : Feb 18, 2021, 7:31 PM IST
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