चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने वीरवार को चंडीगढ़ में सचिवों की समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि एक माह में ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशनों (Automated Vehicle Testing Station) के प्रारूप को फाइनल किया जाए, ताकि जल्द से जल्द टेस्टिंग स्टेशनों को बनाने की प्रक्रिया आरंभ हो सके. उन्होंने कहा कि दिल्ली में चल रहे ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन का भी दौरा कर वहां तकनीकि, वाणिज्यिक पहलूओं का बारीकी से अध्ययन करें.
संजीव कौशल (Sanjeev Kaushal) ने कहा यह स्टेशन पीपीपी मोड पर बनाए जाएंगे. केंद्र सरकार द्वारा 1 अप्रैल 2023 से भारी माल वाहक वाहनों और भारी यात्री वाहनों का फिटनेस टेस्ट एटीएस से करने को अनिवार्य कर दिया है. वहीं मध्यम माल वाहक वाहनों, यात्री वाहनों और हल्के माल वाहक वाहनों के लिए 1 जून 2024 से लागू करने का प्रस्ताव है. इसलिए राज्य में ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन स्थापित करना अति आवश्यक है.
मुख्य सचिव ने कहा कि भविष्य में स्क्रैप नीति को भी इन ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशनों से जोड़ने पर भी विचार किया जा रहा है. जिन वाहनों का इन स्टेशनों से फिटनेस परीक्षण नहीं होगा, वे वाहन सीधे स्क्रैप में जाएंगे. राज्य सरकार ने त्वरित कदम उठाते हुए जल्द से जल्द इन स्टेशनों को स्थाीपित करने की कार्यवाही तेज कर दी है. बैठक में बताया गया कि वर्तमान में रोहतक में एक वाहन फिटनेस स्टेशन संचालित है. इसके अलावा 6 और नए स्टेशन बनाये जाएंगे. यह स्टेशन आगामी 20 वर्षों के विजन के अनुरूप तैयार किए जाएंगे. यह स्टेशन 3 लेन, 4 लेन या 6 लेन में बनाये जाएंगे.
बैठक में बताया गया कि एटीएस स्वचालित तरीके से वाहन के फिटनेस की जांच के लिए कई मशीनों का इस्तेमाल करता है. इलेक्ट्रिक वाहनों की जांच के लिए भी भविष्य में कई नए उपकरणों को शामिल किया जा सकता है. एटीएस मैकेनिकल इक्यूप्मेंट्स के जरिए वाहन की फिटनेस की जांच करने के लिए सभी जरूरी परीक्षणों को ऑटोमैटिक तरीके से करता है. बैठक में बताया गया कि इन स्टेशनों में वाहनो की फिटनेस जांच करवाने के लिए आने वाले लोंगों के लिए सुविधाएं मुहैया करवाने पर भी प्रारूप तैयार किया गया है. इनमें एटीएम, लॉन्ज, कैफेटेरिया इत्यादि सुविधाएं उपलब्धम होंगी.