चंडीगढ़: हरियाणा में बिजली चोरी (electricity Theft Haryana) के बढ़ते मामले विभाग और सरकार के लिए सिरदर्द बने हैं. बिजली चोरी को रोकने के लिए विभाग की तरफ से बड़ी कार्रवाई भी की गई है. इसी मुद्दे पर बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला (Ranjeet Chautala Power Minister Haryana) ने कहा कि ईटीवी भारत हरियाणा से बातचीत में बताया कि बिजली विभाग की ओर से बिजली चोरी के मामलों को रोकने के लिए ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है.
इस कार्रवाई के तहत 9 जुलाई को एक ही दिन में 14 हजार से ज्यादा जगहों पर कार्रवाई की गई. जिनमें से 3400 चोरी के मामले मिले. बिजली मंत्री ने बताया कि करीब 15 दिन पहले ही इस कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी गई थी. इस कार्रवाई के लिए विभाग की ओर से पूरे हरियाणा में 550 टीमों का गठन किया गया था. जिसमें 36 कर्मचारियों और अधिकारियों को शामिल किया गया था. ये कार्रवाई सुबह 4 बजे शुरू की गई और दिन भर में 14 हजार से ज्यादा जगहों पर छापेमारी की गई.
बिजली मंत्री ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई से लोगों में बिजली चोरी करने की प्रवृत्ति कम होगी और बिजली विभाग का रेवेन्यू भी बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी तब बिजली विभाग को एक साल में करीब 37 सौ पचास करोड़ रुपये का घाटा हो रहा था, लेकिन अब इस साल बिजली विभाग 300 करोड़ के फायदे में चल रहा है.
अगर आने वाले दिनों में महामारी का प्रकोप नहीं बढ़ा और उद्योग धंधे सही तरीके से चले तो इस साल हम 3000 करोड़ के मुनाफे तक पहुंच जाएंगे. उन्होंने कहा कि इस बार प्रदेश में मानसून आने में देरी हो रही है. इस दौरान बिजली की खपत बढ़ी है, लेकिन सरकार बिजली की आपूर्ति को कम नहीं होने देगी. इस समय प्रदेश में बिजली की कमी नहीं है.
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दक्षिण भारत में मानसून पहले आ गया है, इसलिए वहां पर बिजली का लोड कम हो गया है. जिस वजह से कई कंपनियां हमें सस्ते दाम पर बिजली देने के लिए तैयार हैं. अगर हमें जरूरत पड़ेगी तो हम वहां से भी बिजली ले सकते हैं. उन्होंने कहा कि ये कार्रवाई बिजली चोरी के मामलों को रोकने के लिए की गई थी. सरकार लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करना चाहती, लेकिन प्रदेश में बिजली चोरी रोकना चाहती है. इस तरह कार्रवाई के बाद प्रदेश में बिजली चोरी में जरूर कमी आएगी.