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पराली बनेगी कमाई का जरिया, सरकार छोटे और सीमांत किसानों को देगी 100 रुपये प्रति क्विंटल

हरियाणा सरकार ने छोटे किसानों और गैर बासमती चावल उगाने वाले किसानों को 100 रुपये प्रति क्विंटल देने का फैसला किया है. 5 एकड़ से कम जमीन वाले किसान इस नियम के तहत लाभ पा सकेंगे.

cm manoharl lal
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Published : Nov 8, 2019, 2:24 PM IST

चंडीगढ़: पराली जलाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद हरियाणा सरकार हरकत में आ गई है. हरियाणा के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कृषि विभाग और पर्यवारण विभाग के अधिकारियों की बैठक हुई. हरियाणा सरकार ने छोटे किसानों और गैर बासमती चावल उगाने वाले किसानों को 100 रुपए प्रति क्विंटल देने का फैसला किया है. 5 एकड़ से कम जमीन वाले किसान इस नियम के तहत लाभ पा सकेंगे.

पंजाब में ज्यादा जल रही पराली
कृषि विभाग के एसीएस संजीव कौशल ने बताया कि हमारे पास सभी किसानों की जमीन और उनके बैंक खातों की जानकारी है. करीब 90 हजार किसानों को लाभ मिलेगा. पराली जलाने के मामले हरियाणा में कम हैं. हमारे यहां एक दिन पहले 180 पराली जलाने के मामले थे जबकि पंजाब में 9 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं. हरियाणा में सिर्फ दो जगह पराली जलाने के मामले सामने आए हैं. प्रशाशनिक सचिवों को जिलों में नियुक्त किया गया है ये अधिकारी पराली से संबंधित सरकार की योजनाओं को देखेंगे.

जानकारी देते कृषि विभाग के एसीएस संजीव कौशल

हरियाणा सरकार ने किए प्रयास

हरियाणा की मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कृषि विभाग और पर्यवारण विभाग के अधिकारियों की बैठक के बाद कृषि विभाग के ACS संजीव कौशल ने जानकारी दी. साथ ही संजीव कौशल ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान हमने जनकरी रखी थी कि हरियाणा सरकार ने कई प्रयास किए है.

छोटे किसानों को मिलेगा लाभ

सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिए है उसमें जो किसान स्मॉल ओर मार्जनल है और नॉन बासमती धान उगाया है और अब जो किसान अपनी धान लेकर आएंगे, उनको अब प्रति क्विंटल 100 रुपये देंगे. पैसे कैसे देंगे? इसको लेकर बैठक की है. 5 एकड़ से कम के किसानों को स्मॉल एंड मार्जनल मानते हैं. हरियाणा में ऐसे करीब 90 हजार किसान ऐसे हैं जिनका 'मेरी फसल मेरा ब्यौरा' के तहत हमारे पास सभी किसानों का ब्योरा है. यहां किसानों का बैंक अकाउंट नंबर भी है.

ये भी पढ़ें:-पराली को लेकर सुप्रीम कोर्ट का आदेश, पंजाब-हरियाणा के किसानों को दें 100 रुपये प्रति क्विंटल

700 के करीब गांव ऐस हैं जहां पराली जलाई जाती है. वहां कॉमन हायरिंग सेंटर खुले हो ये कोशिश करेंगे ताकि जो भी इक्यूपमेंट किसानों को चाहिए वो उपलब्ध हों. जिन जिलों में पराली जलने का काम होता है वहां प्रशाशनिक सचिव पहले ही नियुक्त हैं. अधिकारी बेल्ड स्टबल की सेल अच्छे फेक्ट्रियों या कहां इस्तेमाल हो सकता है वो कॉर्डिनेट कर लेंगे.

चंडीगढ़: पराली जलाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद हरियाणा सरकार हरकत में आ गई है. हरियाणा के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कृषि विभाग और पर्यवारण विभाग के अधिकारियों की बैठक हुई. हरियाणा सरकार ने छोटे किसानों और गैर बासमती चावल उगाने वाले किसानों को 100 रुपए प्रति क्विंटल देने का फैसला किया है. 5 एकड़ से कम जमीन वाले किसान इस नियम के तहत लाभ पा सकेंगे.

पंजाब में ज्यादा जल रही पराली
कृषि विभाग के एसीएस संजीव कौशल ने बताया कि हमारे पास सभी किसानों की जमीन और उनके बैंक खातों की जानकारी है. करीब 90 हजार किसानों को लाभ मिलेगा. पराली जलाने के मामले हरियाणा में कम हैं. हमारे यहां एक दिन पहले 180 पराली जलाने के मामले थे जबकि पंजाब में 9 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं. हरियाणा में सिर्फ दो जगह पराली जलाने के मामले सामने आए हैं. प्रशाशनिक सचिवों को जिलों में नियुक्त किया गया है ये अधिकारी पराली से संबंधित सरकार की योजनाओं को देखेंगे.

जानकारी देते कृषि विभाग के एसीएस संजीव कौशल

हरियाणा सरकार ने किए प्रयास

हरियाणा की मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कृषि विभाग और पर्यवारण विभाग के अधिकारियों की बैठक के बाद कृषि विभाग के ACS संजीव कौशल ने जानकारी दी. साथ ही संजीव कौशल ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान हमने जनकरी रखी थी कि हरियाणा सरकार ने कई प्रयास किए है.

छोटे किसानों को मिलेगा लाभ

सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिए है उसमें जो किसान स्मॉल ओर मार्जनल है और नॉन बासमती धान उगाया है और अब जो किसान अपनी धान लेकर आएंगे, उनको अब प्रति क्विंटल 100 रुपये देंगे. पैसे कैसे देंगे? इसको लेकर बैठक की है. 5 एकड़ से कम के किसानों को स्मॉल एंड मार्जनल मानते हैं. हरियाणा में ऐसे करीब 90 हजार किसान ऐसे हैं जिनका 'मेरी फसल मेरा ब्यौरा' के तहत हमारे पास सभी किसानों का ब्योरा है. यहां किसानों का बैंक अकाउंट नंबर भी है.

ये भी पढ़ें:-पराली को लेकर सुप्रीम कोर्ट का आदेश, पंजाब-हरियाणा के किसानों को दें 100 रुपये प्रति क्विंटल

700 के करीब गांव ऐस हैं जहां पराली जलाई जाती है. वहां कॉमन हायरिंग सेंटर खुले हो ये कोशिश करेंगे ताकि जो भी इक्यूपमेंट किसानों को चाहिए वो उपलब्ध हों. जिन जिलों में पराली जलने का काम होता है वहां प्रशाशनिक सचिव पहले ही नियुक्त हैं. अधिकारी बेल्ड स्टबल की सेल अच्छे फेक्ट्रियों या कहां इस्तेमाल हो सकता है वो कॉर्डिनेट कर लेंगे.

Intro:एंकर -
पराली जलाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद हरियाणा सरकार हरकत में आ गई है । हरियाणा की मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कृषि विभाग और पर्यवारण विभाग के अधिकारियों की हुई बैठक । हरियाणा सरकार ने छोटे किसानों और गैर बासमती चावल उगाने वाले किसानों को 100 रुपए प्रति क्विंटल देने का फैसला किया है । 5 एकड़ से कम ज़मीन वाले किसान इस नियम के तहत लाभ पा सकेंगे । उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार ने छोटे किसानों और गैर बासमती चावल उगाने वाले किसानों को 100 रुपए प्रति क्विंटल देने का किया फैसला है । 5 एकड़ से कम ज़मीन वाले किसान इस नियम के तहत लाभ पा सकेंगे । कृषि विभाग के एसीएस संजीव कौशल ने बताया कि हमारे पास सभी किसानों की ज़मीन और उनके बैंक खातों की जानकारी है करीब 90 हजार किसानों को लाभ होगा । संजीव कौशल ने कहा पराली जलाने के मामले हरियाणा में कम हैं । हमारे यहां एक दिन पहले 180 पराली जलाने के मामले थे जबकि पंजाब में 8 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं । हरियाणा में आज सिर्फ दो जगह पराली जलाने के मामले सामने आए हैं । प्रशाशनिक सचिवों को जिलों में नियुक्त किया गया है ये अधिकारी पराली से संबंधित सरकार की योजनाओं को देखेंगे । Body:वीओ -
हरियाणा की मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कृषि विभाग और पर्यवारण विभाग के अधिकारियों की बैठक के बाद कृषि विभाग के ACS संजीव कौशल ने जानकारी दी । संजीव कौशल ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान हमने जनकरी रखी थी कि हरियाणा सरकार ने कई एफर्ट किये है । हमारे किसान पराली जलाने के मामले काफी कम है । हमारे यहां दो दिन पहले 180 मामले पराली जलाने के सामने आए थी जबकि उसके मुकाबले पंजाब में 9 हजार मामले सामने आए थे । कौशल ने बताया की हमने बहुत कार्यवाही की है आज केवल 2 मामले हरियाणा से पराली जलाने के मामले सामने आए है । संजीव कौशल ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिए है उसमें जो किसान स्मॉल ओर मार्जनल है और नॉन बासमती पैड़ी उगाया है और अब जो किसान अपनी पैड़ी लेकर आएंगे उनको अब प्रति क्विंटल 100 रुपये हम देनेगे । पैसे कैसे देनेगे ओर कैसे पैसे देंगे इसको लेकर बैठक की है । इसको लेकर सुबह आदेश कर दिया जाएगा । 5 एकड़ से कम के किसानों को स्मॉल एंड मार्जनल मानते है । उन्होंने बताया कि ऐसे करीब 90 हजार किसान होंगे , मेरी फसल मेरा ब्यौरा के तहत हमारे पास सभी किसानों का ब्यौरा है यहां तक कि एकाउंट नम्बर भी है । सुप्रिम कोर्ट ने जो आदेश दिए है व्यक्तिगत और हायरिंग सेंटर है उसमें सबसिडी भी 50 ओर 80 प्रतिशत इक्यूपमेंट लेने पर दे रहे है । उन्होंने कहा कि 700 के करीब गांव जहां पराली जलाई जाती है वहां कॉमन हायरिंग सेंटर खुले हो ये कोशिश करेंगे ताकि जो भी इक्यूपमेंट किसानों को चाहिए वो उपलब्ध हो ये आदेश सुबह तक दे देंगे । जिन जिलों में पराली जलने का काम होता है वहां प्रशाशनिक सचिव पहले ही नियुक्त है । ये अधिकारी ये सुपरवाइज करेंगे अलग अलग अधिकारियों के काम को भी । बेल्ड स्टबल की सेल अच्छे फेक्ट्रियो या कहाँ इस्तेमाल हो सकता है वो कॉर्डिनेट कर लेंगे ।
बाइट - संजीव कौशल , कृषि विभाग के एसीएस Conclusion:हरियाणा सरकार ने छोटे किसानों और गैर बासमती चावल उगाने वाले किसानों को 100 रुपए प्रति क्विंटल देने का फैसला किया है । 5 एकड़ से कम ज़मीन वाले किसान इस नियम के तहत लाभ पा सकेंगे । इसके इलावा भी बड़े और अहम फैसले बैठक में लिए गए है ।
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