भिवानी: शहर में तोशाम बाईपास के नजदीक स्थानीय डाबर कॉलोनी के पास स्थित पूर्ण गार्डन में विशाल कुश्ती दंगल का आयोजन किया गया. इस कुश्ती प्रतियोगिता को देखने के लिए बड़ी संख्या में दर्शक पहुंचे और कुश्ती का लुत्फ उठाया. दंगल में सभी पहलवान पूरी तैयारी के साथ अपने प्रतिद्वंदी पहलवान को हराने के लिए मैदान में उतरे.
कार्यक्रम का आयोजन विजय कुमार धनानिया द्वारा करवाया गया था. जिसमें बतौर मुख्य अतिथि राहुल राणा ने शिरकत की. इस अवसर पर 31 हजार रुपए की इनामी कुश्ती पांडू जोरा अखाड़ा गोदड़ी एवं जग्गा सत्य अखाड़ा बरदाना के बीच हुई. इनके बीच हुई रोमांचक कुश्ती में दोनों पहलवान बराबरी पर रहे. 21 हजार रुपए की इनामी कुश्ती मंजीत रोहतक व परमिंद्र गुज्जत के बीच हुई तथा 11 हजार रुपये की इनामी कुश्ती सौरव गांगोली व ढिल्लू बामला के बीच हुई.
इस मौके पर मुख्य अतिथि राहुल राणा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कुश्ती इस देश का सबसे पुराना एवं ऐतिहासिक खेल है. कुश्ती का खेल संयम व स्ट्रेंथ का खेल माना जाता है हालांकि आज के दौर में कुश्ती का खेल अपना महत्व खोता जा रहा है. उन्होंने कहा कि इसको जीवित रखने के लिए ग्रामीण स्तर पर दंगल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाना बहुत जरूरी है ताकि युवा भारत देश के इस प्राचीन खेल की महत्ता समझ सके.
उन्होंने कहा कि प्रत्येक खिलाड़ी को खेल को सिर्फ खेल की भावना से खेलना चाहिए. उन्हें हार-जीत की भावना मन से त्याग देनी चाहिए. उन्होंने कहा कि किसी भी खिलाड़ी को अपनी हार पर अफसोस नहीं करना चाहिए, खेल में हार या जीत होती ही है. हारने वाले खिलाड़ी को अपनी कमियों पर फोकस करना चाहिए और उन्हें दूर करने का प्रयास करते हुए भविष्य में बेहतरीन प्रदर्शन करने की तैयारी करनी चाहिए.
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भिवानी में कुश्ती प्रतियोगिता के परिणामों की जानकारी देते हुए कुश्ती दंगल आयोजक विजय कुमार धनानिया ने बताया कि 31 हजार रुपये की इनामी पहली कुश्ती पांडू जोरा अखाड़ा गोदड़ी एवं जग्गा सत्य अखाड़ा बरदाना के बीच में हुई. 21 हजार रुपये इनामी दूसरी कुश्ती प्रतियोगिता मंजीत रोहतक व परमिंद्र गुज्जत के बीच हुई, जिसमें मनजीत विजेता रहे. इसके अलावा 11 हजार रुपये की इनामी कुश्ती सौरव गांगोली व ढ़िल्लू बामला के बीच हुई, जिसमें ढ़िल्लू बामला विजेता रहे.