ETV Bharat / state

भिवानी में दो बहनों ने बदली परंपरा, घुड़चढ़ी कर बनी चर्चा का विषय

भिवानी जिले के हसान गांव में दो बहनों की घुड़चढ़ी (two girls ghudchadi in bhiwani) निकाली गई. इसे ग्रामीण क्षेत्र में लड़कियों के प्रति सोच में आ रहे बदलाव के रूप में देखा जा रहा है. इस रस्म के दौरान परिजनों के साथ ही आए हुए मेहमान काफी खुश दिखाई दिए.

two girls ghudchadi in bhiwani ghudchadi of two daughters bhiwani
भिवानी में निकाली दो बहनों की घुड़चढ़ी, बनवारा की रस्म बनी चर्चा का विषय
author img

By

Published : Dec 20, 2022, 12:22 PM IST

भिवानी: प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में जहां पहले लड़कियों को बोझ समझा जाता था और घर से बाहर नहीं निकलने दिया जाता था वहीं इसको लेकर अब लोगों की सोच में व्यापक बदलाव देखने को मिल रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में अब लड़की के जन्म पर भी लड़कों की तरह कुआं पूजन की रस्म अदा की जाने लगी हैं. इसके साथ ही लड़कियों की घुड़चड़ी (girls ghudchadi in bhiwani) की रस्म भी की जा रही है.

ताजा मामला भिवानी जिले के हसान गांव का है, जहां इन दिनों दो बहनों की घुड़चढ़ी (ghudchadi of two daughters in bhiwani) कर रस्म चर्चा का विषय बनी हुई है. 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' नारे का असर ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्पष्ट दिखाई देने लगा है. ऐसा ही नजारा भिवानी जिले के हसान गांव में देखने को मिला, जहां दो लड़कियों ने घोड़े पर बैठकर बनवारा निकाला. घुड़चढ़ी की यह रस्म इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है.

हसान गांव की बेटी नितिका व दीपिका की शादी से पहले बेटों की तरह घुड़चढ़ी की रस्म अदा की गई. इस दौरान इनके माता पिता खुशी में जमकर थिरके. दोनों बहनों ने ग्रेजुएट तक की पढ़ाई की हुई है.

पढ़ें: जानें क्यों उठ रही हरियाणा के जिलों को दिल्ली एनसीआर से बाहर करने की मांग?

नितिका की शादी काकड़ोंली निवासी ​नीरज व दीपिका की भैसली निवासी सुरेंद्र के साथ तय हुई है. इनके पिता बलबीर व माता विनोद ने अपनी बेटियों का पालन-पोषण बेटों की तरह किया था. उनका सपना था कि वे शादी में भी लड़कों की तरह से इनकी रस्में अदा करें. इसी सोच के चलते शादी से पहले गांव हसान में दोनों लड़कियों की घुड़चढ़ी की रस्म अदा की गई.इस खुशी के अवसर पर परिवार के सदस्यों के साथ ही यहां आए हुए मेहमान भी उत्साहित थे.

पढ़ें: 21 दिसंबर को राजस्थान से हरियाणा में प्रवेश करेगी राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा, यहां जानिए शेड्यूल

भिवानी: प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में जहां पहले लड़कियों को बोझ समझा जाता था और घर से बाहर नहीं निकलने दिया जाता था वहीं इसको लेकर अब लोगों की सोच में व्यापक बदलाव देखने को मिल रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में अब लड़की के जन्म पर भी लड़कों की तरह कुआं पूजन की रस्म अदा की जाने लगी हैं. इसके साथ ही लड़कियों की घुड़चड़ी (girls ghudchadi in bhiwani) की रस्म भी की जा रही है.

ताजा मामला भिवानी जिले के हसान गांव का है, जहां इन दिनों दो बहनों की घुड़चढ़ी (ghudchadi of two daughters in bhiwani) कर रस्म चर्चा का विषय बनी हुई है. 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' नारे का असर ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्पष्ट दिखाई देने लगा है. ऐसा ही नजारा भिवानी जिले के हसान गांव में देखने को मिला, जहां दो लड़कियों ने घोड़े पर बैठकर बनवारा निकाला. घुड़चढ़ी की यह रस्म इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है.

हसान गांव की बेटी नितिका व दीपिका की शादी से पहले बेटों की तरह घुड़चढ़ी की रस्म अदा की गई. इस दौरान इनके माता पिता खुशी में जमकर थिरके. दोनों बहनों ने ग्रेजुएट तक की पढ़ाई की हुई है.

पढ़ें: जानें क्यों उठ रही हरियाणा के जिलों को दिल्ली एनसीआर से बाहर करने की मांग?

नितिका की शादी काकड़ोंली निवासी ​नीरज व दीपिका की भैसली निवासी सुरेंद्र के साथ तय हुई है. इनके पिता बलबीर व माता विनोद ने अपनी बेटियों का पालन-पोषण बेटों की तरह किया था. उनका सपना था कि वे शादी में भी लड़कों की तरह से इनकी रस्में अदा करें. इसी सोच के चलते शादी से पहले गांव हसान में दोनों लड़कियों की घुड़चढ़ी की रस्म अदा की गई.इस खुशी के अवसर पर परिवार के सदस्यों के साथ ही यहां आए हुए मेहमान भी उत्साहित थे.

पढ़ें: 21 दिसंबर को राजस्थान से हरियाणा में प्रवेश करेगी राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा, यहां जानिए शेड्यूल

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.