भिवानी: नगर परिषद के बहुचर्चित घोटाले (Bhiwani Municipal Council scam) में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिनमें से एक आरोपी ने नगर परिषद के खाते से अपनी फर्म में तीन करोड़ 83 लाख 57 हजार रुपये और साढ़े 11 लाख रुपये कमीशन लेकर फर्जी तरीके से डलवाए थे, बाकी दो आरोपियों से भी रिमांड के बाद बड़े राज खुलने और इस मामले में बड़ी मछलियों के फंसने की उम्मीद है.
बता दें कि दुकानदार सुदर्शन जिंदल ने नगर परिषद में करोड़ों रुपये ही हेराफेरी होने की शिकायत भिवानी एसपी अजीत सिंह शेखावत को दी थी. इस शिकायत की जांच एसपी ने इकॉनॉमिक सेल के इंचार्ज सब इंस्पेक्टर सतपाल सिंह को सौंपी. जांच के दौरान पुलिस ने पहले एक्सिस बैंक मैनेजर नितेश को गिरफ्तार किया. जिसने कमीशन व इंसेटिव के लालच में नगर परिषद के करोड़ों रुपये फर्जी तरीके से कई फ़र्मों और लोगों के खाते में ट्रांसफऱ किये थे.
पुलिस ने अभी तक पानीपत निवासी कपिल उर्फ मोनू, चरखी दादरी निवासी अरूण व भिवानी निवासी नितिन को गिरफ्तार किया है. कपिल ने दो दिन की रिमांड के बाद राज उगले हैं. कपिल ने कबूल किया है कि उसके नाम से बनी तीन फर्मों में नगर परिषद के खाते से तीन करोड़ 83 लाख 57 हज़ार 835 रुपये फर्जी तरीके से ट्रांसफर हुए हैं. इसके बदले उसे साढ़े 11 लाख रुपये कमीशन मिला है.
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पुलिस ने कपिल से 10 लाख रुपये बरामद कर लिए हैं. अब पुलिस दादरी निवासी अरूण व भिवानी निवासी नितिन को रिमांड पर लेकर पुछताछ करेगी. जिसके बाद और बड़े राज उजागर होने और करोड़ों रुपये के इस घोटाले (Bhiwani Municipal Council scam) के तार बड़ी मछलियों तक पहुंचने की उम्मीद है.
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