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Suicide in Bhiwani: भिवानी में धरने पर बैठे व्यक्ति ने की आत्महत्या, ग्रामीणों ने प्रशासन को ठहराया जिम्मेदार, जानें पूरा मामला

Suicide in Bhiwani: भिवानी में धरने पर बैठे व्यक्ति के आत्महत्या करने का मामला सामने आया है. ग्रामीणों ने प्रशासन को उसकी मौत के लिए जिम्मेदार बताया है.

Suicide in Bhiwani
भिवानी में धरने पर बैठे व्यक्ति ने की आत्महत्या
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Sep 12, 2023, 7:07 PM IST

कई महीनों से चल रहा था धरना प्रदर्शन

भिवानी: हरियाणा के जिला भिवानी में लघु सचिवालय के सामने कई महीनों से धरने पर बैठे गांव रोहनात निवासी एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली. आत्महत्या के कारणों का अभी पता नहीं लग पाया है. सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और जांच शुरू कर दी. शव को पोस्टमार्टम के लिए भिवानी नागरिक अस्पताल पहुंचाया गया. ग्रामीण और परिजनों ने उसकी मौत के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है.

ये भी पढ़ें: CM Flying Raid In Bhiwani: भिवानी में शराब ठेके पर सीएम फ्लाइंग की रेड, नकली शराब बरामद, ठेका सील

मिली जानकारी के मुताबिक, गांव रोहनात के ग्रामीण पिछले कई महीनों से लघु सचिवालय के बाहर धरना दे रहे हैं. धरने दे रहे ग्रामीणों की मांग है कि उनके गांव को शहीद का दर्जा दिया जाए. इसके अलावा भी ग्रामीणों की कई मांगें है. इसी धरने में गांव रोहनात का वेद सिंह भी शामिल था. मंगलवार को उसने धरनास्थल पर ही आत्महत्या कर ली.

गांव रोहनात निवासी वेद सिंह की आत्महत्या मामले में ग्रामीण व परिजनों ने बताया कि गांव को शहीद का दर्जा देने की मांग को लेकर वेद सिंह अपने साथियों के साथ लघु सचिवालय के सामने धरने पर बैठे हुए थे. उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह पूरा हादसा प्रशासन की लापरवाही के कारण हुआ है. ग्रामीणों ने बताया कि प्रशासन द्वारा उनकी मांगों को अनदेखा करने के चलते वेद सिंह आहत हो गए और आत्महत्या (Suicide in Bhiwani) कर ली.

वेद सिंह की आत्महत्या मामले में ग्रामीण व परिजनों ने बताया कि गांव को शहीद का दर्जा देने की मांग को लेकर वेद सिंह अपने साथियों के साथ लघु सचिवालय के सामने धरने पर बैठे हुए थे. उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह पूरा हादसा प्रशासन की लापरवाही के कारण हुआ है. ग्रामीणों ने बताया कि प्रशासन द्वारा उनकी मांगों को अनदेखा करने के चलते वेद सिंह आहत हो गए और आत्महत्या कर ली.

ग्रामीणों ने बताया कि गांव की मांग थी कि अंग्रेजों ने उनके गांव रघुनाथ की 1857 में सारी जमीन नीलाम कर दी थी. इस भूमि के रिकॉर्ड व उस जमीन के बदले जमीन दिलाने या जमीन की कीमत की राशि दिलाए जाने की मांग को लेकर धरना दिया जा रहा है. इस जमीन के रिकॉर्ड की मांग को लेकर कई बार डीसी कार्यालय, राजस्व अधिकारी के कार्यालय में गए और आरटीआई भी लगाई. लेकिन आज तक उनको रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं करवाया गया. जिसके चलते वेद सिंह काफी परेशान हो गया था. जिसकी वजह से उसने यह कदम उठाया.

ये भी पढ़ें: Student Thrashed In Bhiwani: लाइब्रेरी में पढ़ने आए 20 साल के युवक की पिटाई, CCTV वीडियो आया सामने

कई महीनों से चल रहा था धरना प्रदर्शन

भिवानी: हरियाणा के जिला भिवानी में लघु सचिवालय के सामने कई महीनों से धरने पर बैठे गांव रोहनात निवासी एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली. आत्महत्या के कारणों का अभी पता नहीं लग पाया है. सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और जांच शुरू कर दी. शव को पोस्टमार्टम के लिए भिवानी नागरिक अस्पताल पहुंचाया गया. ग्रामीण और परिजनों ने उसकी मौत के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है.

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मिली जानकारी के मुताबिक, गांव रोहनात के ग्रामीण पिछले कई महीनों से लघु सचिवालय के बाहर धरना दे रहे हैं. धरने दे रहे ग्रामीणों की मांग है कि उनके गांव को शहीद का दर्जा दिया जाए. इसके अलावा भी ग्रामीणों की कई मांगें है. इसी धरने में गांव रोहनात का वेद सिंह भी शामिल था. मंगलवार को उसने धरनास्थल पर ही आत्महत्या कर ली.

गांव रोहनात निवासी वेद सिंह की आत्महत्या मामले में ग्रामीण व परिजनों ने बताया कि गांव को शहीद का दर्जा देने की मांग को लेकर वेद सिंह अपने साथियों के साथ लघु सचिवालय के सामने धरने पर बैठे हुए थे. उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह पूरा हादसा प्रशासन की लापरवाही के कारण हुआ है. ग्रामीणों ने बताया कि प्रशासन द्वारा उनकी मांगों को अनदेखा करने के चलते वेद सिंह आहत हो गए और आत्महत्या (Suicide in Bhiwani) कर ली.

वेद सिंह की आत्महत्या मामले में ग्रामीण व परिजनों ने बताया कि गांव को शहीद का दर्जा देने की मांग को लेकर वेद सिंह अपने साथियों के साथ लघु सचिवालय के सामने धरने पर बैठे हुए थे. उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह पूरा हादसा प्रशासन की लापरवाही के कारण हुआ है. ग्रामीणों ने बताया कि प्रशासन द्वारा उनकी मांगों को अनदेखा करने के चलते वेद सिंह आहत हो गए और आत्महत्या कर ली.

ग्रामीणों ने बताया कि गांव की मांग थी कि अंग्रेजों ने उनके गांव रघुनाथ की 1857 में सारी जमीन नीलाम कर दी थी. इस भूमि के रिकॉर्ड व उस जमीन के बदले जमीन दिलाने या जमीन की कीमत की राशि दिलाए जाने की मांग को लेकर धरना दिया जा रहा है. इस जमीन के रिकॉर्ड की मांग को लेकर कई बार डीसी कार्यालय, राजस्व अधिकारी के कार्यालय में गए और आरटीआई भी लगाई. लेकिन आज तक उनको रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं करवाया गया. जिसके चलते वेद सिंह काफी परेशान हो गया था. जिसकी वजह से उसने यह कदम उठाया.

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