भिवानी: संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों ने बुधवार को (sanyukt kisan morcha protest in Bhiwani) प्रदर्शन किया. किसान चौ. छोटूराम चौक पर एकत्रित हुए और केंद्र सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया. इस दौरान किसानों ने भिवानी-महेंद्रगढ़ के सांसद चौ. धर्मबीर सिंह के नाम ज्ञापन सौंपा. सांसद की अनुपस्थिति में उनकी पत्नी मुन्नी देवी को यह ज्ञापन दिया गया. इस दौरान किसानों ने केंद्र सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया.
किसानों ने कहा कि केंद्र सरकार उन्हें बार-बार गुमराह करने का काम कर रही है. गौरतलब है कि किसान पिछले एक वर्ष से अधिक समय से अपनी लंबित मांगों को पूरा करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. इस दौरान किसान नेताओं ने कहा कि पिछले वर्ष 9 दिसंबर को केंद्र सरकार ने संयुक्त किसान मोर्चा के साथ जो समझौता किया था, उसे लागू नहीं किया गया. इसलिए किसान दोबारा से आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं.
उन्होंने किसानों की मांगों के बारे में बताते हुए कहा कि लाभकारी न्यूनतम समर्थन मूल्य सी 2 प्लस 50 प्रतिशत की संवैधानिक गांरटी कानून बनाने, बिजली बिल 2022 रद्द करने, लखीमपुर खीरी कांड के दोषियों विशेषकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टैनी को गिरफ्तार करने और गिरफ्तार किसानों को रिहा करने की मांग दोहराई. किसान नेताओं ने किसानों को कर्जमुक्त करने के साथ ही 60 वर्ष से अधिक उम्र के सभी किसान मजदूरों को 10 हजार रुपए मासिक पेंशन देने की मांग की.
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किसानों ने सरकार से डीएपी व यूरिया खाद की प्रर्याप्त आपूर्ति करने की भी मांग की. उन्होंने किसान आंदोलन के दौरान दर्ज हुए मुकदमों को वापस लेने की मांग दोहराते हुए शहीद किसान परिवारों को उचित मुआवजा देने की मांग की. किसानों के प्रदर्शन का नेतृत्व अखिल भारतीय किसान सभा के जिला प्रधान रामफल देशवाल, संयुक्त किसान मोर्चा के जिला संयोजक दिलीप सिंह सांगवान, युवा कल्याण संगठन के बलबीर सिंह बजाड़ व अखिल भारतीय किसान खेत मजदूर संगठन के रोहताश सैनी कर रहे थे. मंच का संचालन किसान सभा के जिला सचिव मास्टर जगरोशन रोढ़ा ने किया.
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