भिवानी: हरियाणा में बर्खास्त किए गए 1983 पीटीआई अध्यापक लगातार 51 दिनों से भिवानी के लघु सचिवालय के बाहर धरने पर हैं. जिनमें बड़ी संख्या में महिला पीटीआई अध्यापक अपने परिवार के साथ नौकरी फिर से पाने की आंस को लेकर धरने पर बैठी हुई हैं.
हालांकि, प्रदेश सरकार ने भी इन पीटीआई अध्यापकों के प्रतिनिधिमंडल से काफी बार बात करके इन्हे कॉन्ट्रेक्ट पर रखने का आश्वासन दिया है, लेकिन पीटीआई अध्यापक रेगुलर नौकरी की मांग पर अड़े हुए हैं.
ईटीवी भारत की टीम ने जब इनसे बात की तो भिवानी के बर्खास्त पीटीआई अध्यापकों के जिला प्रधान दिलबाग सिंह ने बताया कि जब तक उन्हें पहले की तरह सरकार नौकरी पर नहीं रखेगी, तब तक उनका धरना जारी रहेगा.
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गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट में केस हारने के बाद इन पीटीआई को प्रदेश सरकार ने जून के पहले हफ्ते में बर्खास्त किया था. जिसके बाद कोर्ट के आदेशों पर प्रदेश सरकार ने इन अध्यापकों और 10 वर्ष पहले हुई भर्ती में शामिल अन्य अभ्यार्थियों का फिर से टेस्ट लेने की तारीखें भी तय कर दी, लेकिन अब बर्खास्त पीटीआई अध्यापक कह रहे हैं कि वो किसी भी टेस्ट में भाग नहीं लेंगे.
पीटीआई अध्यापकों के निरंतर प्रदर्शन के बाद प्रदेश सरकार ने फिर से टेस्ट लेकर नौकरी पर रखने और 25 हजार रपपये मासिक कॉन्ट्रेक्ट पर काम करने के ऑफर को पीटीआई अध्यापकों ने ठुकरा दिया है. अब गेंद सरकार के पाले में है कि वो क्या निर्णय लेती है, लेकिन पीटीआई अध्यापक नौकरी नहीं मिलने तक इसी प्रकार से धरना-प्रदर्शन पर अड़े हुए हैं.