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भिवानी: पूर्व सरपंच हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा, दो आरोपी गिरफ्तार - police arrested accused

बडेसरा के पूर्व सरपंच के हत्यारोपियों को भिवानी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

पुलिस की गिरफ्त में पूर्व सरपंच की हत्या के आरोपी
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Published : Oct 17, 2019, 11:30 AM IST

भिवानी: भिवानी पुलिस ने बडेसरा गांव के पूर्व सरपंच हत्याकांड को 48 घंटे से पहले सुलझा कर हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए एसआईटी का गठन किया गया था. एसआईटी ने मृतक के भाई की शिकायत पर आरोपी पक्ष के बब्लू और आनंद को जेल से प्रोटेक्शन वारंट पर लेकर पूछताछ शुरू की.

पुलिस ने जांच के आधार पर आनंद के बेटे अंकित व उसके साथी सचिन को बास गांव से गिरफ्तार किया है. जिनके पास से दो अवैध पिस्तौल बरामद हुई है. वहीं जांच अधिकारी का कहना है कि अंकित और सचिन ने पूछताछ के दौरान अपना गुनाह कबूल लिया है. पुलिस फिर से बब्लू को जेल से प्रोटेक्शन वारंट पर लेकर पूछताछ कर रही है और पता लगाने की कोशिश कर रही है कि पूर्व सरपंच हत्याकांड में और कौन-कौन लोग शामिल हैं.

पूर्व सरपंच की हत्या के आरोपी गिरफ्तार

पुरानी रंजिश और गवाही के चलते की हत्या
बडेसरा गांव में सरपंच चुनावों के दौरान दो गुटों में ठन गई थी. ये चुनावी रंजीश देखते ही देखते खुनी खेल में बदल गई और एक गुट ने दो साल में दूसरे गुट के तीन लोगों की हत्या कर दी.

इसी मामले में हत्या के आरोपी गुट के 23 लोग फिलहाल जेल में बंद हैं और केस कोर्ट में चल रहा है. इसी केस में पीड़ित पक्ष की ओर से पूर्व सरपंच पवन की 22 अक्टूबर को गवाही होनी थी. लेकिन आरोपी गुट ने गवाही से पहले ही 14 अक्टूबर की देर शाम पवन को एक के बाद एक 6-7 गोलियां मार कर हत्या कर दी.

साल 2015 से है दुश्मनी
बडेसरा गांव में सरपंच चुनावों के लिए वर्ष 2015 में दोनों पक्षों के बीच खुनी खेल शुरू हुआ था. जब आरोपी पक्ष की ओर से सुदेश देवी सरपंच बनी, पीडित पक्ष ने आरोप लगाया था कि सरपंच सुदेश देवी फर्जी शैक्षणिक दस्तावेजों के आधार पर सरपंच बनी है.

इसके लिए पीड़ित पक्ष ने आरटीआई लगाकर खुलासा किया था और बवानी खेड़ा थाने में शिकायत भी दर्ज कराई थी. जिसके बाद सरपंच सुदेश देवी को सस्पेंड कर जेल भेज दिया गया था. यही से दोनों पक्षों में दुश्मनी शुरू होती है.

ये भी पढ़े:अंबाला की मुस्लिम बस्ती में लगे पोस्टर: डोर-बेल खराब है... खोलने के लिए मोदी-मोदी चिल्लाएं

भिवानी: भिवानी पुलिस ने बडेसरा गांव के पूर्व सरपंच हत्याकांड को 48 घंटे से पहले सुलझा कर हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए एसआईटी का गठन किया गया था. एसआईटी ने मृतक के भाई की शिकायत पर आरोपी पक्ष के बब्लू और आनंद को जेल से प्रोटेक्शन वारंट पर लेकर पूछताछ शुरू की.

पुलिस ने जांच के आधार पर आनंद के बेटे अंकित व उसके साथी सचिन को बास गांव से गिरफ्तार किया है. जिनके पास से दो अवैध पिस्तौल बरामद हुई है. वहीं जांच अधिकारी का कहना है कि अंकित और सचिन ने पूछताछ के दौरान अपना गुनाह कबूल लिया है. पुलिस फिर से बब्लू को जेल से प्रोटेक्शन वारंट पर लेकर पूछताछ कर रही है और पता लगाने की कोशिश कर रही है कि पूर्व सरपंच हत्याकांड में और कौन-कौन लोग शामिल हैं.

पूर्व सरपंच की हत्या के आरोपी गिरफ्तार

पुरानी रंजिश और गवाही के चलते की हत्या
बडेसरा गांव में सरपंच चुनावों के दौरान दो गुटों में ठन गई थी. ये चुनावी रंजीश देखते ही देखते खुनी खेल में बदल गई और एक गुट ने दो साल में दूसरे गुट के तीन लोगों की हत्या कर दी.

इसी मामले में हत्या के आरोपी गुट के 23 लोग फिलहाल जेल में बंद हैं और केस कोर्ट में चल रहा है. इसी केस में पीड़ित पक्ष की ओर से पूर्व सरपंच पवन की 22 अक्टूबर को गवाही होनी थी. लेकिन आरोपी गुट ने गवाही से पहले ही 14 अक्टूबर की देर शाम पवन को एक के बाद एक 6-7 गोलियां मार कर हत्या कर दी.

साल 2015 से है दुश्मनी
बडेसरा गांव में सरपंच चुनावों के लिए वर्ष 2015 में दोनों पक्षों के बीच खुनी खेल शुरू हुआ था. जब आरोपी पक्ष की ओर से सुदेश देवी सरपंच बनी, पीडित पक्ष ने आरोप लगाया था कि सरपंच सुदेश देवी फर्जी शैक्षणिक दस्तावेजों के आधार पर सरपंच बनी है.

इसके लिए पीड़ित पक्ष ने आरटीआई लगाकर खुलासा किया था और बवानी खेड़ा थाने में शिकायत भी दर्ज कराई थी. जिसके बाद सरपंच सुदेश देवी को सस्पेंड कर जेल भेज दिया गया था. यही से दोनों पक्षों में दुश्मनी शुरू होती है.

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Intro:रिपोर्ट इन्द्रवेश भिवानी
दिनांक 16 अक्तूबर। 
पवन हत्याकांड की गुत्थी सुलझी 
पुलिस को मिली बङी कामयाबी, 48 घंटे से पहले हत्यारे गिरफ्तार
एसआईटी ने बडेसरा गांव के पूर्व सरपंच के हत्यारों को किया गिरफ्तार
14 अक्टूबर की रात को 7 गोलियां मार कर की थी पवन की हत्या
बडेसरा गांव के ही सचिन, अंकित व अंकित का पिता आनंद गिरफ्तार
सरपंच चुनावों से चल रहा है गांव के दो गुटों में खुनी संघर्ष
दो साल में पहले भी इसी गुट को दो लोगों को गोलियां मारकर की थी हत्या
23 लोगों को हो चुकी है जेल, 22 अक्टूबर को होनी थी पवन की गवाही
गवाही देने से पहले ही अपने पिता के कहने पर अंकित ने की पवन की हत्या
    भिवानी पुलिस ने बडेसरा गांव के पूर्व सरपंच पवन हत्याकांड का 48 घंटे से पहले पटाक्षेप कर हत्यारों को गिरफ्तार किया है। हैरानी की बात ये है कि सरपंच चुनावों से चली आ रही रंजीश में गवाह पवन को उसी के गांव के अंकित ने अपने पिता आनंद के कहने पर अपने साथी के साथ मिलकर मौत के घाट उतारा था। इन लोगों ने दो साल पहले भी इसी परिवार के दो लोगों की गोली मारकर हत्या की थी। 
 Body:   बता दें कि बडेसरा गांव में सरपंच चुनावों से दो गुटों में ठन गई थी। ये रंजीश देखते ही देखते खुनी खेल में बदल गई और एक गुट ने दो साल में दूसरे गुट के तीन लोगों को मौत के घाट उतार चुका है। साल 2017 में इन दोनों गुटों में खुनी संघर्ष हुआ था जिसमें बलजीत व भलेराम की गोली व तेजधार हथियार से हत्या कर दी थी। इस मामले में हत्या के आरोपी गुट के 23 लोग फिलहाल जेल में बंद थे और केस कोर्ट में चल रहा है। इसी केस में पीङित पक्ष के पूर्व सरपंच पवन की 22 अक्टूबर को गवाही होनी थी। पर आरोपी गुट ने गवाही देने से पहले ही 14 अक्टूबर को देर सांय पवन को एक के बाद एक अंधाधुंध फायर करते हुए 6-7 गोलियां दाग कर मौत के घाट उतार दिया।
    मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी गंगाराम पूनिया में एसआईटी का गठन किया। एसआईटी ने आरोपी पक्ष के बब्लू व आनंद को जेल से प्रोटेक्शन वारंट पर लेकर पुछताछ शुरु की। जिसके आधार पर आनंद के बेटे अंकित व उसके साथी सचिन को गिरफ्तार किया। डीएसपी हैडक्वाटर विरेन्द्र सिंह ने बताया कि पूर्व सरपंच पवन को गवाही देने के चलते मौते के घाट उतार गया है। उन्होने बताया कि आनंद की निशानदेही पर अंकित व सचिन को बास गांव के पास से गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जा से दो अवैध पिस्तोल भी बरामद हुए हैं। उन्होने बताया कि हत्याकांड का मास्टर माइंड महिला सरपंच जो फर्जी कागजात के आधार पर सरपंच बनने के आधार पर बर्खास्त हो चुकी है उसका पत्ति बब्लू है और उसकी बलजीत व भलेराम की हत्या के आरोप में जेल हो चुकी है। 
    Conclusion:फिलहाल पुलिस ने अंकित व सचिन को गिरफ्तार कर लिया है। अंकित ने पुलिस पुछताछ में कबूल किया है उसने दो रोज पहले ही अवैध हथियार खरीदा था और अपने पिता आनंद के कहने पर पूर्व सरपंच पवन की हत्या की थी। फिलहाल पुलिस बब्लू को प्रोटेक्शन वारंट पर लेकर पुछताछ कर रही है और पता लगा रही है कि पवन हत्याकांड में और कौन-कौन लोग थे और वो कहां छिपे हैं।
बाइट- विरेन्द्र सिंह (डीएसपी हैडक्वाटर)
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