भिवानी: मंगलवार को चंडीगढ़ में हरियाणा मंत्रिमंडल की बैठक हुई थी. इस बैठक में कई अहम फैसले किए गए. मुख्यमंत्री मनोहर लाल प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बैठक में हुए फैसलों का जानकारी दी. सीएम ने बताया कि हरियाणा में 6 नए उपमंडल को मंजूरी दी गई है. इनमें गुरुग्राम के मानेसर, करनाल के नीलोखेड़ी, पानीपत के इसराना यमुनानगर के छछरौली, महेंद्रगढ़ के नांगल चौधरी और जींद के जुलाना को उपमंडल बनाया गया है.
वहीं भिवानी को बवानीखेड़ा को इस लिस्ट में जगह नहीं मिली है. जिसकी वजह से भिवानी के लोगों ने बुधवार को प्रदर्शन किया. लोगों ने सरकार से बवानीखेड़ा को भी उपमंडल बनाने की मांग की. प्रदर्शनकारियों ने सरकार को चेतावनी दी और कहा कि अगर उनकी मांग को पूरा नहीं किया गया, तो वो जनसंपर्क अभियान चलाकर लोगों का समर्थन जुटाएंगे और फिर अनिश्चितकालीन धरना देंगे. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार हमारे साथ सौतेला व्यवहार कर रही है.
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इस मौके पर हरियाणा जागृति मोर्चा के अध्यक्ष राजेश सिंधू ने कहा कि बवानीखेड़ा को उपमंडल का दर्जा ना देकर सरकार ने हलके की जनता के साथ विश्वासघात किया है, क्योंकि बवानीखेड़ा को साल 1972 में तहसील का दर्जा दिया गया था. हरियाणा के गठन के बाद पहला खजाना कार्यालय भी यही पर बना था. उपमंडल की सारी नियम और शर्तें पूरी होने के बाद भी सरकार ने इसको उपमंडल का दर्जा नहीं दिया है. जिसको लेकर क्षेत्र के लोगों में जबरदस्त रोष है. लोगों का कहना है कि अगर सरकार ने उनकी मांगों पर जल्द ही ध्यान नहीं दिया तो वो बड़ा आंदोलन करने के लिए मजबूर हो जाएंगे.