भिवानी: हरियाणा में चुनाव के नजदीक आते ही फिर से विधानसभा सीट के आरक्षण को लेकर मांग उठने लगी है. सोमवार को माता सावित्री बाई फूले महिला एवं बाल विकास ट्रस्ट ने अपना 33 सूत्रीय मांग पत्र तैयार कर प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को भेजा है. इस मांग पत्र में 18 वीं विधानसभा सीट को आरक्षित करने की मांग की गई है. ट्रस्ट के संयोजक कुलदीप भुक्कल ने सोमवार को भिवानी में बताया कि आरक्षण के अनुसार 90 विधानसभा सीटों में से 18 विधानसभा सीटें हरियाणा प्रदेश में रिजर्व होनी चाहिए, लेकिन वर्तमान में सिर्फ 17 सीटें ही रिजर्व हैं. इसलिए वे प्रदेश की 18वीं सीट आदमपुर को रिजर्व करवाने के लिए अपना मांग पत्र प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम सौंपा है.
उन्होंने बताया कि हर जिले में इस प्रकार के मांग पत्र सौंपे जा रहे हैं. यदि प्रदेश और केंद्र की भाजपा सरकार हरियाणा में 18वीं विधानसभा रिजर्व नहीं करता है, तो अनुसूचित जाति व जनजाति के साथ विश्वासघात होगा. इसको लेकर वे माननीय हाई कोर्ट में जाने को मजबूर होंगे.जब उनसे पूछा गया कि 18वीं सीट आदमपुर ही क्यों हो, तब ट्रस्ट के संयोजक कुलदीप भुक्कल ने बताया आदमपुर की जनसंख्या का एक तिहाई अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग से है. इसीलिए तकनीकी रूप से इस हलके को रिजर्व बनाने में कोई दिक्कत नहीं.
इन मांगों को किया गया शामिल
उन्होंने कहा कि 33 सूत्रीय मांग पत्र में 18वीं सीट रिजर्व करने के अलावा हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट में जजो के पदों पर एससी-एसटी का आरक्षण लागू करने, आरक्षित वर्ग के कर्मचारियों के सलैक्शन, ट्रांसफर व प्रमोशन के लिए रोस्टर प्रणाली लागू किए जाने, मेडिकल की पढ़ाई में आरक्षण लागू करने, प्रदेश में किसान आयोग गठित करने, मनरेगा मजदूरों को वर्ष में 200 दिन काम देने व न्यूनतम दिहाड़ी 400 रूपये करने सहित विभिन्न मांगों को भी अपने ज्ञापन पत्र में रखा गया है. गौरतलब हैं कि आदमपुर विधानसभा क्षेत्र से चौधरी भजनलाल का परिवार चुनाव लड़ता रहा है. ऐसे में इस संगठन की मांग आने वाले विधानसभा चुनाव में कुलदीप बिश्रोई के लिए गले की फांस भी बन सकता है