भिवानी: धनाना गांव की बेटी नीतू घनघस ने अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज मैरीकॉम को हराकर कॉमनवेल्थ का टिकट पा लिया है. कॉमनवेल्थ इस बार इंग्लैंड के बर्मिंघम में 28 जूलाई से शुरू हो रहे (Commonwealth games Birmingham) हैं. जिसके लिए नीतू रवाना हो गई है. रवाना होने से नीतू ने घर पर अपने परिजनों से आशीर्वाद लिया.
कॉमनवेल्थ शुरू होने तक नीतू आयरलैंड में ट्रेनिंग करेगी. कॉमनवेल्थ के लिए रवाना होने से पहले नीतू अपने पिता जयभगवान व ताऊ रणबीर प्रधान के साथ अपने घर पर थी. इस दौरान नीतू ने कहा कि दो रोज पहले केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात हुई थी. इससे पहले वो वल्र्ड चैंपियनशिप से लेकर कई अंतरराष्ट्रीय पदक पा चुकी है. ये अनुभव कॉमनवेल्थ जीतने में काम आएगा.
नीतू ने कहा कि उसे अपनी मेहनत पर पूरा भरोसा है कि कॉमनवेल्थ में गोल्ड आएगा. नीतू ने बताया कि इसके बाद वो एशियन गेम और फिर ओलंपिक की तैयारी में जुटेगी. वहीं नीतू के ताऊ रणबीर प्रधान ने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि नीतू कॉमनवेल्थ में गोल्ड लाकर देश व प्रदेश का नाम रोशन करेगा. रणबीर प्रधान ने कहा कि ये उम्मीद वो अपनी बेटी की कड़ी मेहनत पर कर रहे हैं.
कौन है नीतू घनघस- बॉक्सर नीतू घनघस हरियाणा के मिनी क्यूबा कहे जाने वाले भिवानी जिले के धनाना गांव की रहने वाली (Dhanana Village Of Bhiwani) है. वह फिलहाल चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय से एमपीएड की पढ़ाई कर रही हैं. नीतू के पिता जयभगवान विधानसभा में नौकरी करते हैं. साल 2012 में नीतू ने कोच जगदीश के अंडर अपने बॉक्सिंग गुर सीखने शुरू किए थे. नीतू 18 साल से कम आयुवर्ग में दो बार वर्ल्ड चैंपियन रह चुकी हैं. उसका छोटा भाई अक्षित कुमार शूटिंग का खिलाड़ी है जिसने हाल ही में राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लिया था.