भिवानी: जिले में कुल एक लाख 14 हजार हेक्टेयर भूमि पर सरसों की बिजाई की गई है. फसल कटाई का काम करीब 95 प्रतिशत पूरा हो चुका है. सरसों की खरीद के लिए प्रशासन की ओर से भिवानी में आठ मंडियां निर्धारित की हैं, जिनमें भिवानी, बवानीखेड़ा, जुई, ढिगावा, लोहारू, बहल, सिवानी और तोशाम मंडी शामिल हैं.
यहां पर हैफेड की ओर से सरसों की खरीद की जाएगी. पिछले साल जिले में एक लाख 15 हजार 971 मी. टन सरसों की खरीद हैफेड ने की थी. इस साल हैफेड की ओर से 1 लाख 33 हजार 500 मी. टन सरसों की खरीद किए जाने का लक्ष्य रखा है. इसके स्टोरेज के लिए भी हैफेड ने प्लान तैयार कर लिया है. जिसमें 98 हजार मी. टन सरसों की स्टोरेज भिवानी और कैथल के हैफेड के गोदामों तथा शेष 35 हजार मी. टन सरसों की स्टोरेज अन्य जिलों के गोदामों की जाएगी.
गेहूं खरीद के लिए 11 मंडियां
जिला में गेहूं की खरीद के लिए 11 मंडियां निर्धारित की गई हैं. इनमें मंडियों में भिवानी, बवानीखेड़ा, चांग, जुई, ढिग़ावा, लोहारू, खरक, बहल, सिवानी, तोशाम और धनाना शामिल हैं. गेहूं की खरीद के लिए सरकार की ओर से निर्धारित मूल्य 1925 रुपये प्रति क्विंटल रहेगा. पिचछले साल जिले में दो लाख 52 हजार 142 टन गेहूं की खरीद हुई थी, जबकि इस वर्ष दो लाख 70 हजार टन गेहूं खरीद की संभावना है. गेहूं की खरीद 20 अप्रैल से शुरू कर दी जाएगी.
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खाद्य एवं पूर्ति विभाग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार कोविड-19 महामारी के चलते इस बार लेबर की कमी रहेगी. 15 अप्रैल को लॉकडाउन खुलने के बाद पिछले वर्ष की अपेक्षा 50 प्रतिशत ही लेबर उपलब्ध होने की संभावना है. ऐसे में योजना है कि गेहूं की खरीद का समय जो पहले एक अप्रैल से 15 जून तक चलता था, उसे अब 30 जून किया जा सकता है.