भिवानी: बिजली मंत्री रणजीत चौटाला ने कृषि कानूनों के खिलाफ विपक्ष के आंदोलन को सही ठहराया. उन्होंने कहा कि विपक्ष का काम ही आंदोलन को हवा देने का होता है. अगर हम भी विपक्ष में होते तो आंदोलन को हवा देते.
अन्नदाता को पराली जलाने पर एक करोड़ रुपये जुर्माना और पांच साल की सजा करने पर रणजीत चौटाला ने भी कहा कि हमें सबसे पहले लोगों की जान बचानी है. रणजीत चौटाला ने पराली जलाने पर किसानों को पांच साल की सजा देने और 1 करोड़ रुपये के जुर्माने के फैसले का समर्थन किया.
'बरोदा में मुकाबला कड़ा है'
बरोदा उपचुनाव पर रणजीत चौटाला की प्रतिक्रिया सरकार के दूसरे मंत्रियों से मेल नहीं खाती. क्योंकि बीजेपी हो या जेजेपी, दोनों ही पार्टियों ने योगेश्वर की जीत का दावा किया है. साथ ही ये भी कहा है कि बरोदा में योगेश्वर का कोई मुकाबला नहीं है. लेकिन रणजीत चौटाला ऐसा नहीं मानते. उन्होंने साफ कहा कि वहां मुकाबल कड़ा है और फैसला वहां के लोग करेंगे.
वहीं चौटाला ने कहा कि कोरोना काल में देश की अर्थव्यवस्था का बंटाधार हो गया, लेकिन हमारा बिजली निगम लाभ में रहा. साथ ही उन्होंने कहा कि जो लोग बिल नहीं भरते उनका इलाज भी करना पड़ता है.
ये भी पढे़ं- बल्लभगढ़ः निकिता हत्याकांड मामले में महापंचायत के बाद हिंसक प्रदर्शन