भिवानी: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल अपने पहले जन संवाद के लिए रविवार को भिवानी पहुंचे. जनता दरबार के जरिए सीएम ने लोगों की समस्याएं सुनी. जन संवाद के बाद मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने बातचीत में माना कि हरियाणा में सबसे बड़ी समस्या पानी की है. जिसके प्रबंधन पर सरकार जोर दे रही है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि सरकार को डर था कि ई टेंडरिंग स्वीकार होगी या नहीं लेकिन अब 6200 में से 5600 पंचायतों ने साढ़े 11 हजार कामों के प्रस्ताव भेजे हैं. सीएम का पहला जनता दरबार भिवानी में हुआ.
जन संवाद कार्यक्रम के जरिए सीएम मनोहरलाल लगातार तीन दिन भिवानी जिले के कई बड़े गांवों में लोगों के सामने बैठकर उनकी समस्याएं सुनेंगे. इस दौरान ज्यादातर समस्याओं का समाधान मौके पर ही निस्तारण किया जायेगा. कार्यक्रम के बाद सीएम ने कहा कि हर महीने वो तीन-तीन दिन एक एक जिले में बितायेंगे. अगला जन संवाद 12 से 14 अप्रैल को किया जाएगा.
ये भी पढ़ें- हरियाणा में शहरी स्थानीय निकाय विभाग की बैठक, मीटिंग में सीएम मनोहर लाल ने अहम मुद्दों पर की चर्चा
मनोहर लाल ने कहा कि जन संवाद के माध्यम से सरकार की परिवार पहचान पत्र, राशन कार्ड, आयुष्मान, बुढ़ापा पेंशन व मेरिट के आधार पर नौकरी जैसी योजनाओं का हर गांव में अच्छा रिस्पांस आ रहा है. उन्होंने कहा कि हरियाणा में सबसे बड़ी समस्या पानी की कमी है, जिसके उचित प्रबंधन व समान बंटवारे पर सरकार प्राथमिकता से काम कर रही है.
सीएम खट्टर ने बताया कि प्रदेश में अवैध कॉलोनियों को वैध करने के लिए सर्वे किया जा रहा है. शहर व्यवस्थित तरीके से बसे और आगे कोई अवैध कॉलोनी ना बने, इस पर जोर दिया गया है. सीएम ने बेमौसम हुई बारिश और ओला वृष्टि से बर्बाद फसलों पर किसानों को भरोसा दिया कि प्रदेश में स्पेशल गिरदावरी करवाई जा रही है. बीमित किसानों को कंपनी से और बाकी को सरकार की तरफ से मई महीने में मुआवजा दिया जायेगा.
ये भी पढ़ें- भिवानी में पीने के पानी की समस्या से लोग परेशान, मुख्यमंत्री का पुतला जलाकर किया प्रदर्शन