भिवानी: नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसानों के साथ कांग्रेस खुलकर खड़ी हो गई है. कांग्रेसी विधायक किरण चौधरी का कहना है कि एक तरफ किसान नए कृषि कानून के विरोध में पिछले दो महीने से आक्रोशित और आंदोलित हैं. उसके बावजूद केंद्र सरकार ने किसानों की सुनवाई करने की बजाय डीजल के रेट बढ़ाकर उनके जख्मों पर नमक छिड़कने का काम किया है.
तेल के दाम कम करे सरकार
किरण चौधरी ने आरोप लगाए कि केंद्र सरकार किसानों को बर्बाद करने पर आमादा है. इस समय खेतों में जुताई-बिजाई का चल रहा है और किसान को डीजल की सबसे ज्यादा जरूरत है. पिछले आठ दिनों से डीजल के रेट लगातार बढ़ रहे हैं. डीजल के रेट बढ़ने का असर सीधा किसानों पर पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि एक हफ्ते में डीजल के रेट 1.52 पैसे और पेट्रोल के दाम 1.10 पैसे प्रति लीटर बढ़े हैं. उन्होंने केंद्र से पेट्रोल और डीजल के तुरंत कम करने की मांग की.
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सीएम के बयान पर जताया अफसोस
वहीं मुख्यमंत्री मनोहर द्वारा किसानों के आंदोलन में खालिस्तान समर्थकों के शामिल होने वाले बयान पर किरण चौधरी ने अफसोस जाहिर किया. उन्होंने कहा कि ये किसानों का हौसला तोड़ने का षड्यंत्र है और सीधा-सीधा धरती पुत्रों का अपमान है. उन्होंने आंदोलित किसानों के साहस और हौसले को सलाम करते हुए कहा कि सरकार ने किसान को रोकने के लिए खाई खोदी, वॉटर कैनन चलाई तथा टीयर गैस छोड़ी, लेकिन सरकार किसानों के हौसले को नहीं डिगा पाई.