भिवानी: कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा गिरते भूजल स्तर को बचाने के लिए 'मेरा पानी मेरी विरासत' योजना शुरू की गई थी. इस योजना के तहत किसानों को धान के स्थान पर वैकल्पिक फसलों की बिजाई करने पर प्रति एकड़ सात हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जा रही है. इस साल योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए किसान 25 जून तक पोर्टल पर पंजीकरण करवाएं.
ये जानकारी देते हुए विभाग के उप निदेशक डॉ. आत्माराम गोदारा ने बताया कि इस योजना के तहत किसानों को धान के स्थान पर वैकल्पिक फसलों (कपास, मक्का, दलहन, मूंगफली, तिल, गवार, अरण्ड, सब्जियां व फल) की बिजाई करनी होगी. किसानों द्वारा वैकल्पिक फसलों की बिजाई करने पर विभाग द्वारा प्रति एकड़ सात हजार रुपये की राशि दो किस्तों में दी जाएगी. विभाग द्वारा ये स्कीम गत वर्ष के दौरान लागू की गई थी.
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इस बार सरकार ने रखा ये लक्ष्य
उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत वर्ष 2021-2022 के लिए 10 हजार 535 एकड़ भूमि पर वैकल्पिक फसलों की बिजाई करने का लक्ष्य रखा गया है. इस योजना के तहत जिन किसानों ने पिछले वर्ष अपने धान के क्षेत्र को वैकल्पिक फसलों द्वारा विविधिकरण किया था और चालू खरीफ सीजन में भी यदि वो उस क्षेत्र में वैकल्पिक फसलों की बिजाई करते है तो उन्हें भी प्रोत्साहित राशि दी जाएगी.
वैकल्पिक फसलों का बीमा करवाया विभाग
इस योजना के अंतर्गत जो किसान पिछले वर्ष धान की बिजित क्षेत्र में चारे की फसल लेते हैं व अपने खेत को खाली रखते हैं, उन्हें भी प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी. इस योजना के तहत सभी वैकल्पिक फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरकार द्वारा खरीदा जाएगा. इस फसल विविधिकरण योजना के अंतर्गत सभी वैकल्पिक फसलों का बीमा भी विभाग द्वारा करवाया जाएगा. जिसके प्रीमियम की अदायगी प्रोत्साहन राशि से की जाएगी.
25 जून तक करें पंजीकरण
फसल विविधिकरण को बढ़ावा देने और तकनीकी जानकारी के लिए किसानों को गांव स्तर पर कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा वैकल्पिक फसले बिजाई करने हेतु पूर्ण जानकारी दी जाएगी. कृषि विभाग व कृषि विज्ञान केन्द्रों द्वारा किसानों को वैकल्पिक फसलों की आधुनिक तकनीक से बिजाई करने व अच्छी पैदावार लेने हेतु प्रदर्शन प्लॉट भी आयोजित किए जाएंगे. इस योजना का लाभ लेने के इच्छुक किसानों को मेरा पानी मेरी विरासत पोर्टल पर 25 जून तक पंजीकरण करना होगा.
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