भिवानी: हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ की राज्य कार्यकारिणी की ऑनलाइन बैठक रविवार को संपन्न हुई. जिसमें फैसला लिया गया कि यदि 22 जून तक शिक्षा मंत्री 1983 बर्खास्त पीटीआई और शिक्षकों के अन्य मुद्दों पर बातचीत के लिए समय नहीं देते. तो प्रदेश भर में 24 जून को शिक्षा मंत्री के पुतले फूंके जाएंगे. इसी कड़ी में स्थानीय हुड्डा सेंट्रल पार्क में सुबह 11 बजे अध्यापक पुतला दहन करेंगे.
अध्यापक संघ का कहना है कि अपनी समस्याओं को लेकर शिक्षा मंत्री और शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों को बार-बार पत्र लिखा गया लेकिन किसी ने इस पर बात करने की जहमत नहीं उठाई.
प्रधान अजीत राठी और सचिव सुखदर्शन सरोहा ने बताया कि शिक्षा विभाग से लगातार इस तरह के तुगलकी फरमान जारी किए जा रहे हैं. जिसके चलते अध्यापकों को अपनी जान से हाथ धोने पड़ रहे हैं. स्कूलों में बच्चे नहीं हैं. 10 जून को एक अस्पष्ट पत्र विभाग द्वारा जारी कर दिया जाता है. जिसका हर जिला शिक्षा अधिकारी अपने अपने स्तर पर उसका पालन करवा रहा है.
उन्होंने कहा कि परिवहन व्यवस्था चल नहीं रही है, जिसके चलते गुरूग्राम, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, दिल्ली, भिवानी और हिसार जैसे जिलों से अध्यापक-अध्यापिकाएं पहुंच नहीं पा रही हैं. यदि शिक्षक अपने साधन से स्कूल पहुंच भी रहे हैं तो लोग कोरोना के डर से कमरे देने के लिए तैयार नहीं है.
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इन्हीं मांगों को लेकर अध्यापक संघ द्वारा बार-बार शिक्षा मंत्री और वित्तायुक्त से उन्हें समय देने के लिए पत्र लिखे गए हैं लेकिन ना तो उच्च अधिकारी और ना ही शिक्षा मंत्री इस मुद्दे पर बैठ कर बात करना चाहते हैं. इसीलिए अध्यापक संघ ने फैसला किया है कि 24 जून को प्रत्येक जिले में प्रदर्शन करते हुए शिक्षा मंत्री के पुतले दहन किये जाएंगे.