भिवानी: ओमीक्रॉन के खतरे के बीच हरियाणा राज्य के स्कूल जनवरी महीने की शुरुआत के साथ ही बंद है. इन स्कूलों को खोले जाने की मांग को लेकर बड़ी संख्या में हरियाणा प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन (Haryana Private School Welfare Association) से जुड़े अध्यापकों, स्कूल संचालकों और अभिभावकों ने मिलकर प्रदर्शन करते हुए भिवानी-महेंद्रगढ़ से सांसद धर्मबीर सिंह सहित जिले के चारों विधायकों के निवास पर जाकर उन्हें स्कूल खोले जाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा.
हरियाणा प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष रामोतार शर्मा ने इस मौके पर बताया कि प्रदेश के सभी 90 विधायकों और सांसदों को ज्ञापन सौंपा गया है, ताकि स्कूल खोले जा सकें. अगर फिर भी उनकी मांग पूरी नहीं होती तो वे 28 जनवरी को राज्य स्तरीय मीटिंग कर एक फरवरी से स्कूल खोले जाने का निर्णय लेंगे. कोरोना महामारी के बीच स्कूल खोले जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री खुद कह चुके हैं कि हमें कोरोना महामारी के साथ जीने की आदत डालनी होगी, ऐसे में स्कूलों को बंद कर पढ़ाई को बाधित करना कहां तक उचित है.
उन्होंने कहा कि मंगलवार को अभिभावक और छात्र स्कूल में पहुंचकर कक्षाएं लगाने के लिए दबाव बना रहे हैं. निजी स्कूल के संचालकों ने कहा कि अभिभावक कह रहे हैं कि उन्होंने अपनी फीस जमा करवा रखी है, तो पढ़ाई क्यों बाधित है. इस दौरान उन्होंने जनप्रतिनिधियों के माध्यम से ज्ञापन सौंपते हुए जल्द से जल्द स्कूलों को खोले जाने की मांग की, ताकि छात्र-छात्राओं की शिक्षा प्रभावित ना हो.
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गौरतलब है कि पिछले दो हफ्ते से प्रदेश भर के प्राइवेट स्कूल, एसोसिएशन से जुड़े लोग अलग-अलग तरीके से स्कूलों को खोले जाने की मांग उठा रहे हैं. ओमीक्रॉन अपने अंतिम चरण में है, ऐसे में देखना होगा कि राज्य सरकार स्कूल खोले जाने को लेकर क्या निर्णय लेती है. हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल 28 जनवरी से नवमी से 12वीं तक की कक्षाओं के स्कूल खोले जाने की बात कह चुके हैं. जबकि प्राइवेट स्कूलों के संचालक सभी कक्षाओं के स्कूल खोले जाने की मांग कर रहे हैं.
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