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दिवाली 2022: मॉल और ऑनलाइन शॉपिंग ने छीन ली गरीबों की 'रोटी', दुकानदारों का नहीं बिक रहा सामान - Crowd in street shops in Bhiwani

दीपावली 2022 में रेहड़ी की दुकान लगाने वाले दुकानदारों का कहना है कि बड़े-बड़े शोरूम और ऑनलाइन शॉपिंग की वजह से लोग अब उनकी दुकान में आना नहीं पसंद करते हैं. इसलिए उनकी बिक्री हो पाना मुश्किल हो जाता है.

दिवाली 2022
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Published : Oct 24, 2022, 10:54 AM IST

भिवानी : बदलते समय में लोगों की लाइफस्टाइल के साथ ही उनकी खरीदारी में भी बदलाव देखा जा रहा है. दीपावली के त्योहार (Diwali 2022) को लेकर जहां लोग रेहड़ी, पटरी वालों से दीपावली का सामान खरीदकर त्योहार मनाते थे (Diwali Market in Bhiwani) जिससे उनकी इस खरीदारी से दुकानदारों का घर भी चलता था. लेकिन अब दुकानदारों का कहना है कि ग्राहक ऑनलाइन शॉपिंग को करना ज्यादा प्रिफर करते हैं. दुकानदारों का कहना है कि उनकी रेहड़ी का स्थान बड़े-बड़े शोरूम और ऑनलाइन शॉपिंग मॉल ने ले लिया है. जिसके चलते रोड पर सामान रखकर बेचने वाले दुकानदारों के लिए दीपावली मनाना मुश्किल भरा हो गया है. जिससे कि अब उनकी रोजी रोटी पर संकट मंडराना शुरू हो गया है.

यह भी पढ़ें-Diwali festival 2022: फरीदाबाद में इस बार गोबर के दीये जलाकर मनाई जाएगी दिवाली

दुकानदार महेंद्र कहते है कि बड़े शोरूम और ऑनलाइन माध्यम से जो वैरायटी व सामान की विविधता ग्राहक को संतुष्टि देती है. वह संतुष्टि रेहड़ी, पटरी के सामान में ग्राहकों को नहीं मिलती. अब तो जिनकी जेबें भी कमजोर हैं, वे भी ऑनलाइन माध्यम और बड़ी दुकानों की तरफ खरीदारी का रुख करने लगे हैं.

दुकानदार ओमप्रकाश बताते हैं कि वे कड़ी मेहनत से दीपावली के लिए मिट्टी के दीये और मिट्टी से बनने वाले अन्य सजावटी सामान को तैयार करते हैं. विभिन्न प्रकार के रंग और पेंट का प्रयोग कर इन मिट्टी के बर्तनों को सजाते हैं, लेकिन बहुत कम ग्राहक उनकी बनाई गई परंपरागत सामान को खरीदने के लिए पहुंचते हैं. उन्होंने कहा कि जो ग्राहक उनकी दुकान में आते हैं तो वे महंगा बताकर दुकान से चले जाते हैं. उन्हें अब चकाचौंध भरी रेडीमेड लड़ियां, झालर, कैंडल खरीदना पसंद (Crowd in street shops in Bhiwani) आने लगा है.

यह भी पढ़ें-Diwali 2022: धनतेरस से शुरु होकर भैया दूज तक मनाई जाती है दिवाली, नरक चतुर्दशी से जुड़ी है ये कथा

ग्राहकों के मन में आए बदलाव की बात करें तो चकाचौंध भरी दुकानों से सामान खरीदने वाले ग्राहक जहां बदलाव पर बात करने से गुरेज करते है. तो वहीं कुछ ऐसे ग्राहक भी हैं, जो रेहड़ी, पटरी वाले परंपरागत सामान को तवज्जो देते हैं. दुकान में आए ग्राहक ने बताया कि वे भी ऑनलाइन माध्यम से शॉपिंग करते हैं. दीपावली के त्योहार पर जमीन पर सामान रखकर बेचने वाले इन दुकानदारों के परिवार के बारे में भी वह सोचते हैं कि यदि रेहड़ी, पटरी वालों से सामान खरीदा तो वे भी कुछ धन अर्जनकर दीपावली मना (haryana Diwali 2022) पाएंगे.

भिवानी : बदलते समय में लोगों की लाइफस्टाइल के साथ ही उनकी खरीदारी में भी बदलाव देखा जा रहा है. दीपावली के त्योहार (Diwali 2022) को लेकर जहां लोग रेहड़ी, पटरी वालों से दीपावली का सामान खरीदकर त्योहार मनाते थे (Diwali Market in Bhiwani) जिससे उनकी इस खरीदारी से दुकानदारों का घर भी चलता था. लेकिन अब दुकानदारों का कहना है कि ग्राहक ऑनलाइन शॉपिंग को करना ज्यादा प्रिफर करते हैं. दुकानदारों का कहना है कि उनकी रेहड़ी का स्थान बड़े-बड़े शोरूम और ऑनलाइन शॉपिंग मॉल ने ले लिया है. जिसके चलते रोड पर सामान रखकर बेचने वाले दुकानदारों के लिए दीपावली मनाना मुश्किल भरा हो गया है. जिससे कि अब उनकी रोजी रोटी पर संकट मंडराना शुरू हो गया है.

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दुकानदार महेंद्र कहते है कि बड़े शोरूम और ऑनलाइन माध्यम से जो वैरायटी व सामान की विविधता ग्राहक को संतुष्टि देती है. वह संतुष्टि रेहड़ी, पटरी के सामान में ग्राहकों को नहीं मिलती. अब तो जिनकी जेबें भी कमजोर हैं, वे भी ऑनलाइन माध्यम और बड़ी दुकानों की तरफ खरीदारी का रुख करने लगे हैं.

दुकानदार ओमप्रकाश बताते हैं कि वे कड़ी मेहनत से दीपावली के लिए मिट्टी के दीये और मिट्टी से बनने वाले अन्य सजावटी सामान को तैयार करते हैं. विभिन्न प्रकार के रंग और पेंट का प्रयोग कर इन मिट्टी के बर्तनों को सजाते हैं, लेकिन बहुत कम ग्राहक उनकी बनाई गई परंपरागत सामान को खरीदने के लिए पहुंचते हैं. उन्होंने कहा कि जो ग्राहक उनकी दुकान में आते हैं तो वे महंगा बताकर दुकान से चले जाते हैं. उन्हें अब चकाचौंध भरी रेडीमेड लड़ियां, झालर, कैंडल खरीदना पसंद (Crowd in street shops in Bhiwani) आने लगा है.

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