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भिवानी में धूमधाम से मनाया गया गुरु नानक देव जी का 550वां प्रकाश पर्व

भिवानी में श्री गुरु नानक देव जी महाराज का 550वां प्रकाश पर्व बड़े धूमधाम से मनाया गया. प्रकाश पर्व के मौके पर भारी संख्या में श्रदालु गुरुद्वारा पहुंचे और गुरुग्रंथ साहिब के आगे मत्था टेका.

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भिवानी में धूमधाम से मनाया गया गुरु नानक देव जी का 550वां प्रकाश पर्व
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Published : Nov 30, 2020, 10:40 PM IST

भिवानी: जगत गुरु श्री गुरू नानक देव जी का 551वें प्रकाशोत्सव भिवानी में सोमवार को बड़ी धूमधाम से मनाया गया. इस बार लंगर को पैकेट में पैकिंग कर संगतों में बरताया गया. कोविड-19 के निर्देशों की पालना करते हुए संगतों ने मास्क पहन रखे थे. कार्यक्रम की जानकारी देते हुए गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान इंद्रमोहन ने बताया सुबह 10:00 बजे श्री गुरु ग्रंथ साहिब के अखण्ड पाठ और भोग डाला गया. दोपहर 2:00 बजे तक कीर्तन दरबार का आयोजन किया गया.

उन्होंने बताया कि पहली बार गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा कोविड-19 को ध्यान में रखते लंगर की पैकिंग व्यवस्था भी की गई ताकि अधिक भीड़ इकट्ठा हो सके. गुरूद्वारा सिंह सभा के तत्वावधान में आयोजित बड़े कार्यक्रम में शिरकत कर रहे लोगों का कहना था कि सभी एक ही परमात्मा के बंदे हैं कोई उंच नीच नहीं है. इसलिए गुरू नानक देव जी ने एक पंक्ति में बैठ कर भोजन करने की पंरपरा चलाई और छोटे बडें का भेदभाव खत्म किया.

ये भी पढ़ें:चंडीगढ़: किसानों के समर्थन में कैंडल मार्च, पंजाबी कलाकारों ने भी लिया हिस्सा

आपको बता दें कि आज गुरूपर्व के मौके पर दूर दूर से संगतों ने गुरूद्वारे में आकर गुरूबाणी का आंनद लिया और गुरू के दिखाए मार्ग पर चलने का प्रण लिया. श्री गुरूनानक देव जी सिक्खों के प्रथम गुरू थे और उन्होंने पैदल ही पूरे विश्व में घूम कर मानवता का संदेश दिया. उनके दर्शाए मार्ग पर चलने से मनुष्य जन्म मरण के बंधन से मुक्त हो जाता है. देश काम की सेवा कर के अपने जीवन को सफल बनाना ही गुरू का संदेश है.

भिवानी: जगत गुरु श्री गुरू नानक देव जी का 551वें प्रकाशोत्सव भिवानी में सोमवार को बड़ी धूमधाम से मनाया गया. इस बार लंगर को पैकेट में पैकिंग कर संगतों में बरताया गया. कोविड-19 के निर्देशों की पालना करते हुए संगतों ने मास्क पहन रखे थे. कार्यक्रम की जानकारी देते हुए गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान इंद्रमोहन ने बताया सुबह 10:00 बजे श्री गुरु ग्रंथ साहिब के अखण्ड पाठ और भोग डाला गया. दोपहर 2:00 बजे तक कीर्तन दरबार का आयोजन किया गया.

उन्होंने बताया कि पहली बार गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा कोविड-19 को ध्यान में रखते लंगर की पैकिंग व्यवस्था भी की गई ताकि अधिक भीड़ इकट्ठा हो सके. गुरूद्वारा सिंह सभा के तत्वावधान में आयोजित बड़े कार्यक्रम में शिरकत कर रहे लोगों का कहना था कि सभी एक ही परमात्मा के बंदे हैं कोई उंच नीच नहीं है. इसलिए गुरू नानक देव जी ने एक पंक्ति में बैठ कर भोजन करने की पंरपरा चलाई और छोटे बडें का भेदभाव खत्म किया.

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