भिवानी: हरियाणा के जिला भिवानी में बीमा क्लेम, खराब फसलों के मुआवजे समेत 14 सूत्रीय मांगों को लेकर अखिल भारतीय किसान सभा के बैनर तले कृषि मंत्री जेपी दलाल के आवास का घेराव करने पहुंचे. इससे पहले किसानों ने शहर में जोरदार प्रदर्शन भी किया. हालांकि पुलिस ने बैरिकेड लगाकर किसानों को मंत्री के आवास से पहले ही रोक लिया. इस दौरान किसानों ने हरियाणा सरकार के विरोध में नारे लगाए.
दरअसल, प्रदेश के विभिन्न जिलों के किसान बुधवार को भिवानी में लघु सचिवालय के सामने इकट्ठा हुए. इसके बाद किसानों ने सरकार के विरोध में नारेबाजी करते हुए, पैदल मार्च के साथ कृषि मंत्री जेपी दलाल के आवास की तरफ कूच किया. इस दौरान पुलिस ने किसानों को बैरिकेडिंग लगाकर रास्ते में ही रोक लिया. जिसके बाद किसानों और पुलिसकर्मियों के बीच काफी देर तक तू-तू मैं-मैं भी हुई. इस बीच किसानों और पुलिसकर्मियों में हल्की झड़प भी हुई. इस दौरान SDM दीपक बाबूलाल मौके पर पहुंचे और किसानों से बातचीत की. इसके बाद किसानों ने उनको अपना 21 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा.
इस दौरान किसानों ने नहरों में पर्याप्त पानी देने, गांव में पीने का पानी उपलब्ध कराने, बिजली कटौती बंद करने व लंबित पड़े ट्यूबवेल कनेक्शन देने की मांग की. उन्होंने बताया कि मांग व मुद्दों को लेकर 24 अगस्त को दिल्ली में किसान मजदूरों का राष्ट्रीय सम्मेलन होगा. इस मौके पर किसान सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय नेता कामरेड इंद्रजीत सिंह ने कहा कि बर्बाद फसलों का राज्य के किसानों का हजारों करोड़ रुपये बीमा व मुआवजा बकाया पड़ा है.
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बाढ़ में आधे हरियाणा के जिलों की फसल बर्बाद हो गई, हजारों दुधारू पशु मर गये और अब राज्य के कई हिस्सों में भयंकर सूखा पड़ने से खरीफ फसलें बर्बाद हो गई. जगह-जगह किसान राहत व मुआवजे के लिए धरना प्रदर्शन के बावजूद भी प्रदेश व केंद्र सरकार किसानों की कोई सुनवाई नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि राज्य किसान सभा द्वारा कृषि मंत्री को एक माह पहले ज्ञापन देकर प्रतिनिधिमंडल को बातचीत के लिए समय देने की मांग की थी. लेकिन मंत्री जान-बूझकर समय नहीं दे रहे है. इसलिए किसानों को भिवानी आकर सरकार के उपेक्षापूर्ण रवैये के विरोध में प्रदर्शन करने पर मजबूर होना पड़ा है.