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सरकार धारा 144 लगाए या 145 किसान नहीं डरेगा, आंदोलन जारी रहेगा: राकेश टिकैत - राकेश टिकैत न्यूज

भिवानी पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत ने किसान महापंचायत में कहा कि सरकार धारा 144 लगाए या 145, किसान जीत होने तक आंदोलन जारी रखेंगे. हालांकि उन्होंने नवंबर या दिसंबर तक सरकार से वार्ता होने की उम्मीद जताई है.

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सरकार धारा 144 लगाए या 145 किसान नहीं डरेगा, आंदोलन जारी रहेगा
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Published : Apr 29, 2021, 11:14 PM IST

भिवानी: गांव प्रेमनगर गांव में वीरवार को किसान महापंचायत हुई. इस दौरान राकेश टिकेत और गुरनाम चढूनी ने कोरोना व किसान आंदोलन को लेकर सरकार पर निशाना साधा और कहा कि किसान ना कोरोना से डरता और ना धारा 144 से. किसान अपनी जीत होने तक आंदोलन करेगा, चाहे महीने लगें या साल. बता दें कि वीरवार को गांव प्रेमनगर में प्रस्तावित मैडिकल कॉलेज के निर्माण व कृषि कानूनों को लेकर किसान महापंचायत की गई.

इस किसान महापंचायत में राकेश टिकैत, गुरनाम चढूनी, राजेवाल व युद्धवीर सहित कई किसान नेता व हरियाणवी गायक पहुंचे. महापंचायत की अध्यक्षता जाटू खाप-84 के प्रधान राजमल सूबेदार ने की. इस दौरान राकेश टिकैत ने कहा कि कोरोना और धारा 144 पर कहा कि भाजपा सरकार पंचायत बंद कर दे, हम भी किसान महापंचायत नहीं करेंगे.

देखिए वीडियो

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नवंबर या दिसंबर तक सरकार से वार्ता होने की उम्मीद- टिकैत

टिकैत ने कहा कि नवंबर या दिसंबर तक सरकार से वार्ता होने की उम्मीद है. साथ ही कहा कि हम वार्ता के लिए तैयार, पर शर्त के साथ,ख्क्योंकि हम सरकार से भीख नहीं मांग रहे. टिकैत ने कहा कि देश की जनता इस सरकार व व्यवस्था से दुखी है, पर गुजरात के लोग सबसे दुखी हैं क्योंकि वहां किसानों की खेती की जमीन अधिग्रहण कर कंपनियों को खेतीबाड़ी करने के लिए दी जा रही है.
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'आजादी 90 साल चली थी हमें 5 महीने ही हुए हैं'

टिकैत ने कहा कि किसान की हार हुई तो गुजरात का ये मॉडल पूरे देश में लागू कर दिया जाएगा. राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार कोई गाइडलाइन जारी कर दे, हम मोर्चे नहीं छोड़ेंगे. टिकैत ने कहा कि आज़ादी का आंदोलन 90 साल चला था, हमें तो पांच माहीने ही हुए हैं. साथ ही चुटकी ली और कहा कि राम मंदिर के लिए चंदा लेने से पहले एम्स के लिए चंदा लिया जाना चाहिए, ताकि जरूरत पर लोगों का इलाज हो सके.

'धारा 144 लगे या 145 किसान आंदोलन जारी रहेगा'

वहीं गुरनाम चढूनी ने कहा कि आंदोलन कर रहे 400 किसान शहीद हो चुके हैं, लेकिन परमात्मा के आशीर्वाद से एक भी किसान कोरोना से नहीं मरा. चढूनी ने कहा कि जिन लोगों को बैड, ऑक्सीजन ना मिले उनके परिजन उन्हें भाजपा के मंत्री, एमपी या विधायकों के घरों में लेकर घुस जाएं, इससे सरकार पर दबाव बनेगा. चढूनी ने कहा कि सरकार धारा 144 लगाए या 145, किसान जीत होने तक आंदोलन जारी रखेंगे. उन्होंने कहा कि आज लोग मर रहे हैं और ऑक्सीजन व इंजेक्शन की कालाबाजारी हो रही है. उन्होंने कहा कि लोगों की मौत व अव्यवस्था को लेकर भाजपा के खिलाफ मामला दर्ज होना चाहिए और कालाबाज़ारी करने वालों को जेल भेजना चाहिए.

ये भी पढ़िए: एक घंटे तड़पता रहा कोरोना मरीज, अस्पताल का दरवाजा बंद कर सीएम के दौरे का प्रोटोकॉल निभाते रहे अधिकारी

भिवानी: गांव प्रेमनगर गांव में वीरवार को किसान महापंचायत हुई. इस दौरान राकेश टिकेत और गुरनाम चढूनी ने कोरोना व किसान आंदोलन को लेकर सरकार पर निशाना साधा और कहा कि किसान ना कोरोना से डरता और ना धारा 144 से. किसान अपनी जीत होने तक आंदोलन करेगा, चाहे महीने लगें या साल. बता दें कि वीरवार को गांव प्रेमनगर में प्रस्तावित मैडिकल कॉलेज के निर्माण व कृषि कानूनों को लेकर किसान महापंचायत की गई.

इस किसान महापंचायत में राकेश टिकैत, गुरनाम चढूनी, राजेवाल व युद्धवीर सहित कई किसान नेता व हरियाणवी गायक पहुंचे. महापंचायत की अध्यक्षता जाटू खाप-84 के प्रधान राजमल सूबेदार ने की. इस दौरान राकेश टिकैत ने कहा कि कोरोना और धारा 144 पर कहा कि भाजपा सरकार पंचायत बंद कर दे, हम भी किसान महापंचायत नहीं करेंगे.

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नवंबर या दिसंबर तक सरकार से वार्ता होने की उम्मीद- टिकैत

टिकैत ने कहा कि नवंबर या दिसंबर तक सरकार से वार्ता होने की उम्मीद है. साथ ही कहा कि हम वार्ता के लिए तैयार, पर शर्त के साथ,ख्क्योंकि हम सरकार से भीख नहीं मांग रहे. टिकैत ने कहा कि देश की जनता इस सरकार व व्यवस्था से दुखी है, पर गुजरात के लोग सबसे दुखी हैं क्योंकि वहां किसानों की खेती की जमीन अधिग्रहण कर कंपनियों को खेतीबाड़ी करने के लिए दी जा रही है.
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'आजादी 90 साल चली थी हमें 5 महीने ही हुए हैं'

टिकैत ने कहा कि किसान की हार हुई तो गुजरात का ये मॉडल पूरे देश में लागू कर दिया जाएगा. राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार कोई गाइडलाइन जारी कर दे, हम मोर्चे नहीं छोड़ेंगे. टिकैत ने कहा कि आज़ादी का आंदोलन 90 साल चला था, हमें तो पांच माहीने ही हुए हैं. साथ ही चुटकी ली और कहा कि राम मंदिर के लिए चंदा लेने से पहले एम्स के लिए चंदा लिया जाना चाहिए, ताकि जरूरत पर लोगों का इलाज हो सके.

'धारा 144 लगे या 145 किसान आंदोलन जारी रहेगा'

वहीं गुरनाम चढूनी ने कहा कि आंदोलन कर रहे 400 किसान शहीद हो चुके हैं, लेकिन परमात्मा के आशीर्वाद से एक भी किसान कोरोना से नहीं मरा. चढूनी ने कहा कि जिन लोगों को बैड, ऑक्सीजन ना मिले उनके परिजन उन्हें भाजपा के मंत्री, एमपी या विधायकों के घरों में लेकर घुस जाएं, इससे सरकार पर दबाव बनेगा. चढूनी ने कहा कि सरकार धारा 144 लगाए या 145, किसान जीत होने तक आंदोलन जारी रखेंगे. उन्होंने कहा कि आज लोग मर रहे हैं और ऑक्सीजन व इंजेक्शन की कालाबाजारी हो रही है. उन्होंने कहा कि लोगों की मौत व अव्यवस्था को लेकर भाजपा के खिलाफ मामला दर्ज होना चाहिए और कालाबाज़ारी करने वालों को जेल भेजना चाहिए.

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