चरखी दादरी: दादरी के खनन कारोबारी दो भाइयों के कार्यालयों और घरों में मंगलवार सुबह आयकर विभाग दिल्ली से पहुंची 21 सदस्यीय टीम ने छापा मारा है. हालांकि अभी ये स्पष्ट नहीं है कि छापा क्यों मारा गया है, लेकिन टीम के सदस्यों ने सीआरपीएफ जवानों के साथ अटेला कलां, बिरही कलां माइनिंग जोन स्थित माइनिंग कंपनियों के कार्यालयों और उनके दादरी व दातौली गांव में स्थित मकानों पर पहुंचकर जांच की है. हालांकि टीम सदस्यों ने मीडिया के सामने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया. वहीं माइनिंग जोन में आयकर की टीम की कार्रवाई के चलते सैकड़ों डंपर फंस गए हैं.
सीआरपीएफ जवानों के साथ मारा छापा : आयकर विभाग की टीम के एक कर्मचारी के अनुसार विभाग के डिप्टी डायरेक्टर विकास जाखड़ की अगुवाई में 21 सदस्यीय टीम सीआरपीएफ जवानों के साथ दादरी पहुंची हैं, जहां एमसी कॉलोनी स्थित सोनू और मोनू पहल के आवास के अलावा उसके गांव दातौली गांव में भी छापेमारी जारी है. सोनू और मोनू पहल क्रशर ठेकेदार दिवंगत जगदीश पहल के बेटे हैं, जिनकी वर्ष 2022 में घर के अंदर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. वहीं, टीम ने अटेला कलां के माइनिंग जोन स्थित उनके दो कार्यालय भी सील कर दिए और किसी को बाहर से अंदर और अंदर से बाहर जाने की अनुमति नहीं दी. माइनिंग में काम करने वाले मशीन ऑपरेटरर्स को भी वहां से नहीं निकलने दिया है. उनके फोन भी बंद करवाकर रखवा दिए गए हैं.
छापेमारी के चलते कामकाज ठप्प : अटेला कलां के माइनिंग क्षेत्र में फंसे डंपर चालक सतीश कुमार ने बताया कि छापेमारी के चलते कामकाज पूरी तरह से बंद है. जिसके चलते सैकड़ों की संख्या में डंपर वहां फंस गए हैं और ट्रक ड्राइवरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उन्हें ये जानकारी नहीं कि छापेमारी कहां और किसके द्वारा की गई है, लेकिन काम बंद होने के कारण उनको माल नहीं मिल पा रहा है और सुबह से यहां फंसे हुए हैं.
इसे भी पढ़ें : पानीपत में बीजेपी नेता के घर ईडी ने मारी रेड, मचा हड़कंप
इसे भी पढ़ें : हरियाणा में नशे के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई शुरू, नशीली दवाइयां बेचने वाले मेडिकल स्टोर पर मारा जा रहा छापा