ETV Bharat / state

जानिये भिवानी-महेंद्रगढ़ से कौन जीत रहा है! - भिवानी

भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट पर धर्मवीर सिंह फिर से जीत हासिल करेंगे या श्रुति चौधरी उन पर भारी पड़ जाएंगी या फिर जेजेपी कोई बड़ा उलटफेर करेगी.

भिवानी में त्रिकोणीय होगा मुकाबला !
author img

By

Published : Apr 15, 2019, 8:24 PM IST

Updated : Apr 15, 2019, 9:24 PM IST

भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट पर टक्कर बेहद दिलचस्प होने की उम्मीद है क्योंकि यहां से बीजेपी ने अपने मौजूदा सांसद धर्मवीर सिंह पर भरोसा जताया है तो कांग्रेस ने किरण चौधरी की बेटी और पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल की पौत्री श्रुति चौधरी पर दांव खेला है. इनेलो अपने पुराने उम्मीदवार राव बहादुर सिंह पर एक बार फिर दांव लगा सकती है और जेजेपी की तरफ से स्वाति यादव का टिकट लगभग पक्का माना जा रहा है.

धर्मबीर सिंह vs श्रुति चौधरी

मुकाबला त्रिकोणीय है !

भिवानी-महेंद्रगढ़ अगर जेजेपी से स्वाति यादव का टिकट हो जाता है तो यहां मुकाबला त्रिकोणीय हो जाएगा. फिलहाल तो श्रुती चौधरी और धर्मवीर सिंह के बीच मुकाबला माना जा रहा है.

क्या कहते हैं समीकरण ?

भिवानी-महेंद्रगढ़ में लगभग 16 लाख मतदााता हैं. यहां सबसे ज्यादा लगभग 3 लाख 70 हजार जाट मतदाता हैं. दूसरे नंबर पर अहीर मतदाता हैं जिनकी संख्या लगभग 2 लाख 80 हजार है. यहां लगभग 1 लाख 52 हजार अनुसूचित जाति के मतदाता हैं. यहां ब्राह्मण वोटरों की संख्या लगभग 35 हजार है. लगभग 95 हजार राजपूत वोटर हैं. धानक वोटरों की संख्या लगभग 69 हजार है. यहां लगभग 55 हजार खाती वोटर हैं. लगभग 51 हजार कुम्हार वोटर हैं. गुर्जर लगभग 40 हजार मतदाता हैं और सैनी मतदाताओं की संख्या लगभग 34 हजार है.

किसमें कितना है दम ?

परंपरागत वोट की बात करें तो कांग्रेस उम्मीदवार श्रुति चौधरी को चौ. बंसीलाल के नाम का फायदा मिल सकता है. अहीरवाल क्षेत्र में श्रुति चौधरी की माता किरण चौधरी का भी ठीक-ठाक प्रभाव है. अगर बात धर्मवीर सिंह की करें तो उन्हें जहां मोदी के नाम का सहरा मिलेगा तो वहीं अहीरवाल क्षेत्र से बीजेपी के शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा और राव इंद्रजीत सिंह की मदद मिलेगी. अगर जेजेपी स्वाति यादव को उम्मीदवार बनाती है तो उन्हें जाट वोटरों के अलावा युवा होने का तो फायदा मिलेगा ही साथ ही वो इनेलो के वोट में भी सेंधमारी कर सकती हैं.

भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट पर टक्कर बेहद दिलचस्प होने की उम्मीद है क्योंकि यहां से बीजेपी ने अपने मौजूदा सांसद धर्मवीर सिंह पर भरोसा जताया है तो कांग्रेस ने किरण चौधरी की बेटी और पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल की पौत्री श्रुति चौधरी पर दांव खेला है. इनेलो अपने पुराने उम्मीदवार राव बहादुर सिंह पर एक बार फिर दांव लगा सकती है और जेजेपी की तरफ से स्वाति यादव का टिकट लगभग पक्का माना जा रहा है.

धर्मबीर सिंह vs श्रुति चौधरी

मुकाबला त्रिकोणीय है !

भिवानी-महेंद्रगढ़ अगर जेजेपी से स्वाति यादव का टिकट हो जाता है तो यहां मुकाबला त्रिकोणीय हो जाएगा. फिलहाल तो श्रुती चौधरी और धर्मवीर सिंह के बीच मुकाबला माना जा रहा है.

क्या कहते हैं समीकरण ?

भिवानी-महेंद्रगढ़ में लगभग 16 लाख मतदााता हैं. यहां सबसे ज्यादा लगभग 3 लाख 70 हजार जाट मतदाता हैं. दूसरे नंबर पर अहीर मतदाता हैं जिनकी संख्या लगभग 2 लाख 80 हजार है. यहां लगभग 1 लाख 52 हजार अनुसूचित जाति के मतदाता हैं. यहां ब्राह्मण वोटरों की संख्या लगभग 35 हजार है. लगभग 95 हजार राजपूत वोटर हैं. धानक वोटरों की संख्या लगभग 69 हजार है. यहां लगभग 55 हजार खाती वोटर हैं. लगभग 51 हजार कुम्हार वोटर हैं. गुर्जर लगभग 40 हजार मतदाता हैं और सैनी मतदाताओं की संख्या लगभग 34 हजार है.

किसमें कितना है दम ?

परंपरागत वोट की बात करें तो कांग्रेस उम्मीदवार श्रुति चौधरी को चौ. बंसीलाल के नाम का फायदा मिल सकता है. अहीरवाल क्षेत्र में श्रुति चौधरी की माता किरण चौधरी का भी ठीक-ठाक प्रभाव है. अगर बात धर्मवीर सिंह की करें तो उन्हें जहां मोदी के नाम का सहरा मिलेगा तो वहीं अहीरवाल क्षेत्र से बीजेपी के शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा और राव इंद्रजीत सिंह की मदद मिलेगी. अगर जेजेपी स्वाति यादव को उम्मीदवार बनाती है तो उन्हें जाट वोटरों के अलावा युवा होने का तो फायदा मिलेगा ही साथ ही वो इनेलो के वोट में भी सेंधमारी कर सकती हैं.

स्पेशल स्टोरी :  सर, इस खबर से संबंधित वीडियो भेजी जा चुकी है।
FILE NAME : HAR_BHIWANI_INDERVES_ 15APRIL_LOKSABHA ELECTION
FILE SEND BY FTP
रिपोर्ट इन्द्रवेश दुहन भिवानी
दिनांक 15 अप्रैल।
स्पेशल स्टोरी : 
भिवानी-महेेंद्रगढ़ संसदीय क्षेत्र में ये बनेंगे राजनैतिक समीकरण
16 लाख मतदाताओं मे भिवानी जाट बाहुल्य तो महेंद्रगढ़ अहीर बाहुल्य क्षेत्र 
भाजपा, कांग्रेस व जजपा में त्रिकोणीय मुकाबले की संभावना
    भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र के लगभग 16 लाख मतदाताओं को इंतजार रहेगा 12 मई का, जब उन्हे अपने पसंद के उम्मीदवार को वोट डालने का अवसर प्राप्त होगा। कल 16 अप्रैल से लोकसभा चुनाव लडऩे के इच्छुक उम्मीदवार अपना नामांकन भर सकेंगे। यह नामांकन प्रक्रिया 23 अप्रैल तक चलेगी। भिवानी-महेंद्रगढ़ संसदीय क्षेत्र के विभिन्न राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों की बात करें तो यहां से भाजपा के निवर्तमान सांसद फिर से भाजपा की टिकट पर फिर से मैदान में है। वही कांग्रेस से पूर्व मुख्यमंत्री चौ. बंसीलाल की पौत्री श्रुति चौधरी को टिकट मिली है। बसपा व लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी ने इस लोकसभा क्षेत्र में सबसे पहले अपने गठबंधन के उम्मीदवार व लोसुपा के प्रदेश अध्यक्ष रमेश राव पायलेट को चुनाव की घोषणा से पहले ही टिकट देकर मैदान में उतार दिया था। वही जननायक जनता दल से स्वाति यादव को उम्मीदवार तय माना जा रहा है। हालांकि उनकी अभी तक टिकट फाईनल नहीं हुई है। इनेलो की बात करें तो इनेलो फिर से अपने पुराने उम्मीदवार राव बहादुर सिंह पर दांव आजमाने जा रही है। लेकिन अभी तक इनका भी टिकट फाईनल नहीं हुआ है। 
    भिवानी-महेंद्रगढ़ संसदीय क्षेत्र की बात करें तो यहां से भाजपा-कांग्रेस व जननायक जनता दल उम्मीदवारों के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने के आसार है। यदि अहीरवाल क्षेत्र से जेजेपी कंडीडेट अच्छे मत प्राप्त करते है तो इससे भाजपा को नुकसान होगा तथा कांग्रेस को लाभ होने के आसार है। वही मोदी लहर बरकरार रहती है तो भाजपा के उम्मीदवार इस लोकसभा क्षेत्र से मजबूत साबित होंगे। लेकिन परंपरागत वोट की बात करें तो कांग्रेस उम्मीदवार श्रुति चौधरी को चौ. बंसीलाल के नाम का फायदा मिलता नजर आ रहा है। अहीरवाल क्षेत्र में श्रुति चौधरी की माता किरण चौधरी द्वारा करवाए गए पानी व सीवरेज के कार्यो के चलते श्रुति चौधरी ने अहीरवाल क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई। वही भाजपा के निवर्तमान सांसद धर्मबीर सिंह को जहां एक तरफ मोदी के नाम का सहरा मिलेगा, वही अहीरवाल क्षेत्र से भाजपा के शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा व राव इंद्रजीत सिंह की मदद मिलेगी। भाजपा व कांग्रेस को त्रिकोणीय मुकाबला देेने के लिए अहीरवाल क्षेत्र की अमेरिका में पढ़ी-लिखी जजपा की युवा उम्मीदवार स्वाति यादव मैदान में उतरती है तो भिवानी क्षेत्र के जाट बाहुल्य मतदाताओं व युवा होने का फायदा मिलता नजर आ रहा है। पूर्व सांसद अजय सिंह चौटाला यहां से चुनाव लड़ चुके है। इसीलिए जजपा उम्मीदवार यहां से इनेलो उम्मीदवार के मतों में भी सेंधमारी करेगा। जहां तक बहुजन समाज पार्टी व लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के उम्मीदवारों का सवाल है तो उन्हे राजकुमार सैनी की विचारधारा से मेल खाने वाले मतदाताओं के अलावा परंपरागत वोट भी पड़ते नजर आ रहे हैं। 
    इस संसदीय क्षेत्र के जातिगत आंकड़ों की बात करें तो यहां सबसे अधिक तीन लाख 70 हजार जाट मतदाता तो वही दूसरी नंबर पर 2 लाख 80 हजार अहीर मतदाता है। तीसरे नंबर पर अनुसूचित जाति बी वर्ग के एक लाख 52 हजार के लगभग मतदाता है। वही यहंा पर ब्राह्मणों की संख्या एक लाख 35 हजार के लगभग है। राजपूत के लगभग 95 हजार के लगभग मतदाता है। धानक 69 हजार, खाती 55 हजार, कुम्हार 51 हजार, गुर्जर 40 हजार व सैनी मतदाताओं की संख्या 34 हजार है। 

Last Updated : Apr 15, 2019, 9:24 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.