भिवानी: हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा की गई सीएम विंडो की तरफ लोग का रुझान बढ़ा है. पिछले साढ़े 8 सालों में करीब 13 लाख शिकायतें सीधे मुख्यमंत्री तक पहुंचाई गई है. जिनमें से अधिकांश समस्याओं का समाधान निर्धारित समयावधि में हुआ है. सीएम विंडो के लिए सभी जिला लघु सचिवालय, उपमंडल कार्यालयों और मंत्रियों के कैंप ऑफिस में शिकायत लेने के लिए काउंटर खोले गए थे जो कि काफी कारगर भी साबित हुए हैं.
इसी कड़ी में मुख्यमंत्री ने आम जनता की समस्याओं को और नजदीक से समझने के लिए जन-संवाद कार्यक्रम की शुरुआत की है. भिवानी और पलवल जिलों के लगभग दो दर्जन गांवों के लोगों के बीच बैठकर बातचीत की. इस दौरान मुख्यमंत्री को जानकारी दी गई कि सीएम विंडो पर शिकायतें देने के बावजूद भी उनके कागज नहीं मिल रहे हैं. तो मुख्यमंत्री ने इसे गंभीरता से लेते हुए राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र के अधिकारियों को निर्देश दिए, कि सीएम विंडो प्रणाली में ही जन-संवाद मॉड्यूल विकसित किया जाए. जिसकी विधिवत शुरुआत मुख्यमंत्री ने अपने निवास स्थान संत कबीर कुटीर से की.
अब सीएम ने ठाना है कि जनता का कोई भी शिकायत पत्र व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा. मुख्यालय से अब ये भी जानकारी सामने आ रही है कि इन शिकायत पत्रों पर कार्रवाई करने के लिए मुख्यमंत्री ने अलग से अधिकारियों की टीम का गठन किया है. ये टीम मुख्यमंत्री के नाम दिए गए हर कागज की स्कैनिंग कर उसका डिजिटल रिकॉर्ड रखेगी.
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मुख्यमंत्री खुद भी अपने डैशबोर्ड पर इसकी नियमित निगरानी कर रहे हैं. जन संवाद पोर्टल के लिए कॉल सेंटर खोला गया है, जिसके माध्यम से शिकायतकर्ता के पास उसके मोबाइल पर एसएमएस जाएगा और मोबाइल पर ही शिकायत के समाधान की जानकारी दी जाएगी. यह सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग की मुख्यमंत्री ने एक नई पहल की है, कि आईटी के आज के युग में हर कोई इस प्रणाली में पारंगत हो.