भिवानी: जिले में पुरानी पेंशन बहाली की मांग दोबारा शुरू हो चुकी है. पेंशन बहाली संघर्ष समिति महिला मोर्चा की प्रवक्ता सुदेश सांगवान ने कहा कि पुरानी पेंशन की लड़ाई में अब समूचे देश की महिला कर्मचारी जाग चुकी हैं. उन्होंने कहा कि सभी नई और पुरानी पेंशन के अंतर को समझ चुकी हैं.
वे ये भी समझ चुकी हैं कि अपनी मांग को लेकर लड़ाई लड़ने का समय है. इसके बाद उन्होंने पेंशन के मुद्दे पर आर-पार की निर्णायक जंग लड़ने का संकल्प लिया है. उन्होंने बताया कि करोड़पतिपूर्व विधायक और सांसद तो पुरानी पेंशन के हकदार शपथ लेते है और हम जैसे कर्मचारियों को तीस साल सेवा देने के बाद भी पेंशन नहीं मिल रहा है.
उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की पेंशन खजाने पर बोझ और नेताओं की अनेकों पेंशन खजाने पर बोझ नहीं है, जो कि गलत है. उन्होंने बताया कि व्यवस्था चलाने के लिए कर्मचारियों, अधिकारियों की भूमिका अहम होती है, जबकि विधायक, सांसद तो हर पांच साल में बदल जाते हैं लंबी सेवा तो कर्मचारी ही देते हैं. इसके बावजूद उनका भविष्य असुरक्षित है. उन्होंने सरकार से पुरानी पेंशन लागू करने की मांग की है.