भिवानी: जिले के निगाना नहर में पानी नहीं आने से किसानों की फसल की बुवाई नहीं हो पा रही है. इसके साथ ही गांव में पेयजल की भी कमी हो गई है. लगभग दो दर्जन गांव के वाटर टैंक सूखे पड़े हैं. बीते 5 सितंबर को नहर में पानी आया था जो करीबन एक सप्ताह चला था.
बारिश कम होने के कारण किसानों के फसल की बिजाई नहीं हो पाई है और जमीन का पानी खारा होने के कारण किसान नहर के पानी पर उम्मीद लगाए बैठे हैं. किसानों के हाथ निराशा ही लग रही है. सिंचाई विभाग की माने तो नहर 8 नवंबर को नहर में पानी आ सकती है लेकिन नहरी पानी न आने के कारण किसानों की फसल बुआई में देरी हो रही है.
वहीं किरावड़, ढ़ाणी किरावड़ और खानक गांव में सुन्दर ब्रांच का पानी लगता है जो पानी नहीं आने पर किसान डीजल जलाकर पानी लगाने पर मजबूर हो रहे हैं. किसानों ने मांग की है कि नहर में जल्द ही पानी छोड़ा जाए ताकि वे अपने खेतों में पानी लगा कर खेत में सरसों की बुवाई कर सकें.
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नहर में पानी न आने से कई गांव में पेयजल की समस्या पैदा हो गई है. पानी की कमी के कारण लोगों के रोजमर्रा की कार्य प्रभावित हो रहे हैं. इस बारे में सिंचाई विभाग के एसडीओ अंशुल कादयान ने बताया कि नहरी पानी 8 नवंबर को आने की संभावना है. पानी आते ही गांव में बने जल घर के टैंक पर दिए जाएंगे.