भिवानी: केंद्र की मोदी सरकार की ओर से लाए गए कृषि संबंधी बिल भले ही संसद से पास हो गए हो, लेकिन अभी इन पर जारी विरोध रुकने का नाम नहीं ले रहा है. एक तरफ जहां विपक्षी पार्टियां जिला स्तर पर प्रदर्शन कर रही हैं तो वहीं दूसरी तरफ किसानों और आढ़ियों का प्रदर्शन भी जारी है. इसी कड़ी में भिवानी में भी सीपीआईएम, कम्युनिस्ट पार्टी और सवराज पार्टी की ओर से कृषि अध्यादेशों का विरोध किया गया.
प्रदर्शन कर रहे कामरेड ओम प्रकाश ने कहा कि तीन प्रकार की पार्टियां, जो देश में मोदी सरकार द्वारा अत्याचार हो रहा है. उसके खिलाफ आवाज उठा रही हैं. ये पार्टियां सीपीआईएम, कम्युनिस्ट पार्टी और सवराज पार्टी है. उन्होंने बताया कि तीनों पार्टियों की ओर से राष्ट्रपति के नाम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा गया है.
ओम प्रकाश ने कहा कि मोदी सरकार देश को बर्बाद करने पर तुली हुई है. एक तरफ मजदूरों और किसानों पर काले कानून थोपे जा रहे हैं. किसानों पर अत्याचार हो रहे हैं. ये बिल्कुल ठीक नहीं है. उसी तरह से काले कानून निर्दोषों के ऊपर थोपे जा रहे हैं. ये काले कानून थोपने की वजह से आज मजदूरों की रोजी-रोटी छीन रही है.
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गौरतलब है कि हरियाणा के सैकड़ों किसान कृषि विधेयकों का विरोध कर रहे हैं. किसानों के समर्थन में प्रदेश के आढ़ती भी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं. आढ़तियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि वो किसी भी तरह के बड़े आंदोलन में किसानों के साथ हैं. 25 सितंबर को होने वाले भारत बंद में भी आढ़तियों ने किसानों का साथ देने की बात कही है.