ETV Bharat / state

भिवानी: वेतन ना मिलने से गुस्साए सफाई कर्मचारी धरने पर बैठे, शहर में सफाई व्यवस्था चरमराई

भिवानी के नगर परिषद कर्मचारियों ने 3 महीने से वेतन नहीं मिलने के विरोध में धरना प्रदर्शन शुरू किया. धरने का आज दूसरा दिन है. जिसके चलते शहर में सफाई व्यवस्था चरमरा गई है.

author img

By

Published : Aug 3, 2019, 8:15 PM IST

शहर में सफाई व्यवस्था चरमराई

भिवानी: नगर परिषद भिवानी में सफाई कर्मचारियों ने 3 महीने से वेतन ना मिलने के विरोध में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है. धरने का आज दूसरा दिन है. जिसके चलते शहर में सफाई व्यवस्था चरमरा गई है.

दो दिन पहले सफाई कर्मचारी कूड़े से भरी ट्रैक्टर-ट्राली लेकर प्रदर्शन करते हुए विधायक आवास की तरफ जा रहे थे. जिन्हें पुलिस ने पहले ही रोक दिया. उसके बाद कर्मचारियों ने संबंधित विभाग और जिला प्रशासन के सामने भी अपनी मांग रखी. लेकिन अल्टीमेटम के बाद भी उनकी मांग पूरी नहीं हुई, तो कर्मचारियों ने धरने का रास्ता अपना लिया. दो दिन के धरने के कारण कूड़ा कचरा सड़कों और गलियों में बिखरा पड़ा है.

क्लिक कर वीडियो देखें

नगर परिषद ने बताया वेतन नहीं दे पाने का कारण

नगर परिषद काफी समय से घाटे में चल रही है. समय पर टैक्स की अदायगी ना होने से नगर परिषद अपने सफाई कर्मचारियों को वेतन नहीं दे पा रही है. कर्मचारियों को वेतन देने के लिए नगर परिषद के चेयरमैन रणसिंह यादव ने खुद ऐलान किया था कि जो बड़े संस्थान टैक्स नहीं भर रहे, उनके बाहर कूड़े से भरे वाहन खड़े किए जाएंगे. लेकिन इससे पहले ही सफाई कर्मचारियों ने हल्ला बोलते हुए शहर में विरोध प्रदर्शन किया.

यह भी पढ़ें: जोरों पर श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व की तैयारियां, राज्य स्तरीय कार्यक्रम कल

मांगे ना पूरी होने की स्थिति में

वेतन ना मिलने से गुस्साए सफाई कर्मचारियों के नेता पुरुषोत्तम दानव और विजय ने बताया कि वेतन सहित 18 सूत्री मांगों को लेकर वो पिछले कई सालों से अपील कर रहे हैं. इन्होंने कहा है यदि धरने के बाद भी उनकी मांगे नहीं मानी गईं तो उनका आंदोलन बड़े स्तर पर होगा. इसके अलावा डीसी को 72 घंटे का नोटिस दिया गया था, लेकिन उनकी मांगों को अभी तक नहीं सुना गया.

भिवानी: नगर परिषद भिवानी में सफाई कर्मचारियों ने 3 महीने से वेतन ना मिलने के विरोध में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है. धरने का आज दूसरा दिन है. जिसके चलते शहर में सफाई व्यवस्था चरमरा गई है.

दो दिन पहले सफाई कर्मचारी कूड़े से भरी ट्रैक्टर-ट्राली लेकर प्रदर्शन करते हुए विधायक आवास की तरफ जा रहे थे. जिन्हें पुलिस ने पहले ही रोक दिया. उसके बाद कर्मचारियों ने संबंधित विभाग और जिला प्रशासन के सामने भी अपनी मांग रखी. लेकिन अल्टीमेटम के बाद भी उनकी मांग पूरी नहीं हुई, तो कर्मचारियों ने धरने का रास्ता अपना लिया. दो दिन के धरने के कारण कूड़ा कचरा सड़कों और गलियों में बिखरा पड़ा है.

क्लिक कर वीडियो देखें

नगर परिषद ने बताया वेतन नहीं दे पाने का कारण

नगर परिषद काफी समय से घाटे में चल रही है. समय पर टैक्स की अदायगी ना होने से नगर परिषद अपने सफाई कर्मचारियों को वेतन नहीं दे पा रही है. कर्मचारियों को वेतन देने के लिए नगर परिषद के चेयरमैन रणसिंह यादव ने खुद ऐलान किया था कि जो बड़े संस्थान टैक्स नहीं भर रहे, उनके बाहर कूड़े से भरे वाहन खड़े किए जाएंगे. लेकिन इससे पहले ही सफाई कर्मचारियों ने हल्ला बोलते हुए शहर में विरोध प्रदर्शन किया.

यह भी पढ़ें: जोरों पर श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व की तैयारियां, राज्य स्तरीय कार्यक्रम कल

मांगे ना पूरी होने की स्थिति में

वेतन ना मिलने से गुस्साए सफाई कर्मचारियों के नेता पुरुषोत्तम दानव और विजय ने बताया कि वेतन सहित 18 सूत्री मांगों को लेकर वो पिछले कई सालों से अपील कर रहे हैं. इन्होंने कहा है यदि धरने के बाद भी उनकी मांगे नहीं मानी गईं तो उनका आंदोलन बड़े स्तर पर होगा. इसके अलावा डीसी को 72 घंटे का नोटिस दिया गया था, लेकिन उनकी मांगों को अभी तक नहीं सुना गया.

Intro:रिपोर्ट इन्द्रवेश दुहन भिवानी।
दिनांक 02 अगस्त।
दो दिन की हड़ताल से शहर में सफाई व्यवस्था चरमराई, लगे गंदगी के ढेर
72 घंटे के अल्टीमेटम के बाद भी नहीं सुनी कर्मचारियों की, आंदोलन तेज किये जाने की दी चेतावनी
भिवानी शहर में सफ़ाई कर्मचारियों की हड़ताल आज दूसरे दिन भी जारी
भिवानी में सफाई कर्मचारियों ने कि महिनों से वेतन ना मिलने के विरोध में हल्ला बोल प्रदर्शन के बाद अब हड़ताल शुरू कर दी है। हड़ताल का आज दूसरा दिन है । जिसके चलते शहर में सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। दो दिन पहले सफाई कर्मचारी कुङे से भरी ट्रेक्टर-ट्रोली लेकर प्रदर्शन करते हुए विधायक आवास की तरफ कुच कर रहे थे कि पुलिस ने बीच में ही रोक दिया। उसके बाद कर्मचारियों ने संबंधित विभाग व जिला प्रसाशन के समक्ष भी अपनी मांग रख चुके हैं। लेकिन अल्टीमेटम के बाद भी उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो कर्मचारियों ने हड़ताल का रास्ता अपना लिया। दो दिन की हड़ताल के कारण कूड़ा कचरा सड़कों व् गलियों में बिखरा पड़ा है। इससे सबसे बड़ा ग्रहण तो देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ्ता अभियान को लग रहा है। यदि कर्मचारियों की वेतन सहित अन्य मांगों को मान लिया जाता तो शहर में गंदगी के ढेर नहीं लगते।
Body: बता दें कि नगर परिषद काफी समय से घाटे में चल रही है। समय पर टैक्स की अदायगी ना होने से नगर परिषद अपने सफाई कर्मचारियों को वेतन नहीं दे पा रही। कर्मचारियों को वेतन देने के लिए नगर परिषद के चेयरमैन रणसिंह यादव ने खुद एलान किया था कि जो बङे संस्थान टैक्स नहीं भर रहे उनके संस्थानों के बाहर कुङे से भरे वाहन खङे किए जाएंगे। लेकिन इससे पहले ही सफाई कर्मचारियों ने हल्ला बोलते हुए शहर में विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही कुङे से भरी चार ट्रोली लेकर विधायक आवास की तरफ कुच किया और अब दो दिन से हड़ताल पर हैं।
Conclusion:वेतन ना मिलने से गुस्साए सफाई कर्मचारी नेताओं पुरुषोत्तम दानव व विजय ने बताया कि वेतन सहित 18 सूत्री मांगों को लेकर वो पिछले कई सालों से मांग कर रहे हैं और आंदोलन कर चुके हैं लेकिन उनकी मांग पूरी नहीं होती। उन्होने कहा कि उन्हे तीन महिने से वेतन नहीं मिला है। कहा कि यदि हड़ताल के बाद भी उनकी मांगे नहीं मानी तो उनका आंदोलन बड़े स्तर पर होगा। कहा कि डीसी को 72 घंटे का नोटिस दिया था ,लेकिन उनकी मांगों को नहीं सुना गया।
बाइट : पुरुषोत्तम दानव व विजय कुमार (सफाई कर्मचारी नेता)
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.