भिवानी: दिल्ली में आयोजित विश्व महिला बॉक्सिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचने वाली बॉक्सर नीतू घणघस को जगह-जगह सम्मानित किया जा रहा है. इसी कड़ी में धनाना गांव भिवानी में डॉक्टर फूल सिंह धनाना ने बॉक्सर नीतू घणघस को नोटों की माला पहनाकर सम्मानित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि भिवानी को बॉक्सरों की नगरी कहा जाता है. यहां के बॉक्सरों ने विश्व भर में अपनी अलग पहचान बनाई है.
उन्होंने कहा कि यहां के बॉक्सर्स ने समय-समय पर विश्व भर में देश का नाम रोशन करने का काम किया है. इन्हीं मुक्केबाजों की फेहरिस्त में अब नीतू घणघस का नाम भी जुड़ गया है. जिन्होंने महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर ना केवल देश का नाम रोशन किया, बल्कि बेटियों का मान बढ़ाने का काम किया. डॉक्टर फूल सिंह ने कहा कि नीतू घणघस ने अपने दमदार मुक्कों की बदौलत विश्व भर में प्रदेश व देश का नाम रोशन करने का काम किया है.
उन्होंने कहा कि जब भी खेलों की बात आती है, तो देश में हरियाणा तथा हरियाणा में भिवानी का नाम सबसे अव्वल स्थान पर आता है, क्योंकि यहां के खिलाड़ियों ने समय-समय पर अपनी प्रतिभा दिखाकर अन्य युवाओं के लिए भी प्रेरणा स्त्रोत बने हैं. डॉक्टर फूल सिंह ने कहा कि खेलों के क्षेत्र में हरियाणा की बेटियों ने अपनी अलग पहचान बनाई है, जिसकी बदौलत अन्य बेटियां भी उनसे प्रेरणा लेकर खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं, तथा देश को गौरवांवित कर रही हैं. जो सराहनीय है.
इस मौके पर नीतू घणघस ने अपनी जीत का श्रेय अपने कोच जगदीश सिंह, पिता जयभगवान, माता मुकेश देवी और ताऊ रणबीर प्रधान को दिया. नीतू घणघस ने कहा कि वो आज जिस मुकाम पर है. अपने कोच व परिजनों के उत्साहवर्धन की बदौलत है. उन्होंने कहा कि परिजनों ने कभी भी उन्हें बेटों से कम नहीं समझा तथा हर फैसले में उनका साथ दिया. जिसकी बदौलत वो देश के लिए मेडल जीत पाई है. उन्होंने कहा कि आगे भी मैं अपनी कड़ी मेहनत जारी रखूंगी. नीतू घणघस ने कहा कि मेरा अगला लक्ष्य ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतना है. जिसके लिए मैं कड़ी मेहनत कर रही हूं. पिछली बार जो मेरी कमियां रहीं. उनपर काम कर रही हूं.